दिल्ली: लैंडफिल साइट पर आग लगने से सांस लेना हुआ मुश्किल, कर्मचारियों की संख्या हुई कम

दिल्ली में सांस लेना मुश्किल हो गया है. क्युकी प्रदूषण नियंत्रण समिति ने भलस्वा लैंडफिल में आग रोकने में लापरवाही बरतने और उचित कदम नहीं उठाने के लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.

दिल्ली: लैंडफिल साइट पर आग लगने से सांस लेना हुआ मुश्किल, कर्मचारियों की संख्या हुई कम
प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तरी दिल्ली की भलस्वा लैंडफिल साइट पर पिछले छह दिनों से लगी आग ने आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन और आजीविका को अस्त-व्यस्त कर दिया है. ऐसे में लोगों के लिए दिल्ली में सांस लेना तक मुश्किल हो गया है.


कबाड़ में लगी आग
आपको बता दें कि, कबाड़ में लगी आग ने लोगों का रहन सहन अस्त व्यस्त कर दिया है. करीब 17 मंजिला ऊंचे कूड़ाघर के आस पास रहने वाले ज्यादातर लोग कबाड़ कारोबारी है. एक ओर जहां उनमें से कई अपनी दैनिक मजदूरी कमाने के लिए आग के बीच अपनी जान जोखिम में डाल रहे है. वहीं कई अन्य काम नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे धुएं के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से पीड़ित है. 

कबाड़ के धुएं से लोगों को परेशानी
दिल्ली में प्रदूषण के कारण वैसे ही लोगों को स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां लगी रहती है. ऐसे में कबाड़ में लगी भीषण आग से सांस लेने में दिक्कत होने लगी है. वायरल वीडियो में आग की ऊंची-ऊंची लपटें और घना धुआं छाया हुआ है. कबाड़ कारोबारी मसूदा बीबी ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि जब से आग लगी है वे रात को सो नहीं पाई है. आग लगने के बाद से हमें नींद नहीं आ रही है. हमें एक रिश्तेदार से अनुरोध करना पड़ा कि हमें अपने घर में ठहरने दें. कूड़ेघर का धुआं घर में घुस रहा है.