भांवनगर गुजरात से आए भक्तों ने जमकर खेली होली, कान्हा की भक्ति में डूबे नजर आए लोग

गोवर्धन के परासौली स्थित संत शिरोमणि महाकवि सूरदास जी की स्थली पर गुजरात के भावनगर से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने जमकर होली खेली और एक दूसरे को रंग -गुलाल लगाया।

भांवनगर गुजरात से आए भक्तों ने जमकर खेली होली, कान्हा की भक्ति में डूबे नजर आए लोग
प्रतीकात्मक तस्वीर

ब्रज में इस समय चारों तरफ होली का मौसम छाया हुआ है।  वही जगह ब्रज में जगह होली मिलन समारोह के कार्यक्रम चल रहे हैं। इसके साथ-साथ बाहर से आए लाखों श्रद्धालु ब्रज में आकर होली महोत्सव का आनंद ले रहे हैं। आपको बता दें कि गोवर्धन के परासौली स्थित  संत शिरोमणि महाकवि सूरदास जी की स्थली पर गुजरात के भावनगर से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने जमकर होली खेली और एक दूसरे को रंग -गुलाल लगाया। 

गुजरात से ब्रज धाम होली खेलने आई श्रद्धालुओं की टोली 

वही भावनगर से आए श्रद्धालु जितेंद्र भाई पटेल ने बताया कि लगभग 100 श्रद्धालुओं की टोली ब्रज दर्शन और ब्रज में होने वाले होली महोत्सव का आनंद लेने के लिए गुजरात से ब्रज धाम आई है। यही नहीं होली का त्योहार देश के कोने-कोने में मनाया जाता है लेकिन ब्रज में होली खेलने का आनंद ही अनूठा है। 

कान्हा की नगरी मथुरा में होली का खुमार छाया हुआ है। वही सभी भक्तों के ऊपर जमकर गुलाल और रंग उड़ाया गया  और सभी भगवान की भक्ति में लोग डूबे नजर आए। इसके साथ ही गोवर्धन मथुरा वृंदावन बरसाना नंदगांव दाऊजी महावर इत्यादि धार्मिक स्थलों के दर्शन के बाद आज सभी लोगों ने यहां सूरदास जी की तपस्थली पर समाज गायन के साथ होली के रसिया पर गरबा और डांडिया का आनंद लिया जो कि अपने आप मैं अद्भुत है। गुजरात के भावनगर से आए एक श्रद्धालु ने बताया कि भगवान बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए हम आए और यहां ब्रज की होली का आनंद हम लोगों ने लिया। यहां आकर मन तृप्त हो गया और भगवान बांके बिहारी  के साथ होली खेलते हुए बड़ा ही आनंद आया। यही  नहीम ब्रज में जिस तरह से होली खेली जाती हैं वह कहीं और दूसरी जगह नहीं खेली जाती है।