कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी के 4गो अइसन फैसला, जेकरा बाद में साबित भइले गेम चेंजर
कई मौका पर ई साबित कके दिखवले कि के तरे उनकर अचानक से लिहल गइल फैसला अनोखा अउर कारगर रहे ला.
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भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपना खेल अउर कप्तानी के दम पर भारतीय टीम के अलग ही मुकाम पर ले गइल बाड़े. उ दुनिया के पहिला अइसन कप्तान बाड़े, जे अपना कप्तानी में टीम के वनडे वर्ल्ड कप, टी-20 वर्ल्ड कप अउर चैम्पियंस ट्रॉफी के खिताब जितववले बाड़े. उ जब भी मैदान पर कदम रखले, हमेशा आपन खेल अउर व्यवहार से विपक्षी टीम से सम्मान पवले. उ कई मौका पर ई साबित कके दिखवले कि के तरे उनकर अचानक से लिहल गइल फैसला अनोखा अउर कारगर रहे ला. ये कुल फैसला से ना केवल सबके हैरान कइले, बल्कि बड़ मौका पर टीम के जीत भी दिललवले. उनकर आज 40वां जन्मदिन पर आईं नजर डालल जा धोनी के अइसन ही 4गो फैसला पर-
2007 टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में आखिरी ओवर जोगिंदर शर्मा के दिहल
2007 में पहिला बार भइल आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के एक ओवर बचल रहे, लेकिन धोनी जोगिंदर शर्मा के आखिरी ओवर सौंप देहले. वो समय पाक टीम के कप्तान मिसबाह उल हक 35 गेंदा पर 37 रन बनाके खेलत रहले। धोनी एइजा चांस लेहले, काहे की हरभजन के 17वां ओवर में मिसबाह तीन छक्का लगा चुकल रहे. जोगिंदर ओवर के शुरुआत वाइड से कइले. बाद में मिसबाह एगो पैडल शॉट लगवलस अउर श्रीसंत के हाथ में कैच हो गइल. भारत जोहानिसबर्ग में पहिला टी-20 वर्ल्ड कप जीतके इतिहास रच दीहलस.
गांगुली-द्रविड़ के वनडे से बाहर बइठावल
2008 में ऑस्ट्रेलिया में धोनी ऑस्ट्रेलिया-श्रीलंका के साथ ट्राई सीरीज में सौरव गांगुली अउर राहुल द्रविड़ जइसन सीनियर खिलाडी लोग के ड्रॉप क दिहले. गांगुली अउर द्रविड़ के जोड़ी 50 ओवर के खेल में तकरीबन 23,000 रन बना चुकल रहे. अइसन में ये सफल अउर सीनियर जोड़ी के वनडे से बाहर कइला पर धोनी के ये फैसला से हर कोई हैरान रहे. जब बीसीसीआई सचिव निरंजन शाह से एकर वजह पूछल गईल त उनकर जवाब रहे कि हमार फील्डिंग पर जोर रहल ह. ऐ से हम युवा खिलाड़ी चाहत रहनी ह. भारत इहा ऑस्ट्रेलिया में पहिला बार ट्राई सीरीज जीतके इतिहास रचले रहे.
2011 के वर्ल्ड कप में खुद के पांचवां नंबर पर प्रमोट कइल
2011 के फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ भारत 275 रन के पीछा करत रहे. वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर अउर विराट कोहली आउट हो चुकल रहे लो. अभीन टीम के जीत खातिर 161 रन के अउर जरूरत रहे. इंहा सबको उम्मीद रहे कि फॉर्म में चल रहल युवराज सिंह बल्लेबाजी के लिए भेजल जईहे, लेकिन मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में धोनी पांचवां नंबर पर बल्लेबाजी करे खातिर अइले. धोनी नाबाद 91 रन बनाके टीम के दूसरा वर्ल्ड कप जितववले.
रोहित शर्मा से ओपनिंग करावे के फैसला
साल 2013 महेंद्र सिंह धोनी खातिर काफी खास रहल। ये साल ही उ वनडे वर्ल्ड कप, वर्ल्ड कप टी-20 और चैंपियंस ट्रॉफी जीते के रिकॉर्ड बनवले रहलन. उ दुनिया के पहिला अइसन कप्तान बाड़े, जे आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीतले होखे. इहे उ साल रहे, जब उ इनकंसिस्टेंट खिलाडी लोग के टीम में पक्का जगह बनावे खातिर कुछ प्रयोग कइले. रोहित शर्मा 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में टीम में शामिल भइल रहले, लेकिन उ लगातार अच्छा प्रदर्शन ना कर पावस. 2011 में धोनी पहिला अइसन कप्तान रहले, जे रोहित शर्मा के दक्षिण अफ्रीका दौरा पर ओपन करे के अवसर देहलन. रोहित तीन पारी में केवल 29 रन बनवले। 2013 में रोहित के एक बार फिर पारी के शुरुआत करे के अवसर दियाइल. मोहाली में रोहित 83 रन के पारी खेललन. एकरा बाद उ कब्बो पीछे मुड़कर ना देखलन. मिडिल ऑर्डर से निकल के उ दुनिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज बन गइलन. रोहित आईपीएल इतिहास के सबसे सफल कप्तान भी बाड़न.