Manipur Violence: मणिपुर में नहीं रुक रही है जातिय हिंसा, रिटायर्ड आर्मी चीफ ने पीएम मोदी से की ये अपील

Imphal News: मणिपुर में जारी जातीय हिंसा सरकार के तमाम कोशिशों के बाद भी रुकने का नाम नहीं ले रही है. अब बीती रात उग्रवादियों की भीड़ ने एक इंफाल के एक गोदाम को आग के हवाले कर दिया.

Manipur Violence: मणिपुर में नहीं रुक रही है जातिय हिंसा, रिटायर्ड आर्मी चीफ ने पीएम मोदी से की ये अपील
मणिपुर में नहीं रुक रही हिंसा

Manipur News: मणिपुर में जारी हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है. केंद्र और राज्य सरकार के शांति की अपील के बाद भी राज्य में जातीय हिंसा जारी है. अब ताजा घटना में उग्रवादियों की भीड़ ने इंफाल के पैलेस मैदान के पास एक गोदाम में आग लगा दी. इसके अलावा उग्रवादी भीड़ ने बीजेपी नेता के घर को भी जलाने की कोशिश की. इतना ही नहीं हिंसक भीड़ सुरक्षा कर्मियों से भी भिड़ गई. 

चुराचांदपुर में रात भर हुई गोलीबारी 

मणिपुर में तैनात रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) ने जब उग्रवादियों को रोकने की कोशिश की तो वो लोग उनसे भी भीड़ गए. पुलिस ने एक बयान में कहा कि भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े. भीड़ ने आसपास की अन्य निजी संपत्तियों को जलाने की कोशिश की. इंफाल में रात भर भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में दो नागरिक घायल हो गए हैं. इसके अलावा चुराचंदपुर जिले के कंगवई से पूरी रात गोलीबारी होती रही.  

1000 लोगों की भीड़ ने पैलेस पर किया हमला 

मिली जानकारी के मुताबिक इंफाल पैलेस के पास करीब 1000 लोगों की भीड़ ने कई इमारतों को जलाने की कोशिश की. इसके बाद आरएएफ के जवानों ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. वहीं दूसरी ओर हिंसक भीड़ ने विधायक बिस्वजीत के घर में भी आग लगाने की कोशिश की. हालांकि  रैपिड एक्शन फोर्स के जावनों ने तब तक भीड़ को तितर बितर कर दिया था. 

पूर्व आर्मी चीफ जनरल ने पीएम मोदी से की अपील 

मणिपुर में हो रही जातीय हिंसा को लेकर राज्य के ही रहने वाले पूर्व आर्मी चीफ जनरल (रिटायर्ड) वेद प्रकाश मलिक ने ट्वीट कर कहा कि, "मैं मणिपुर का एक साधारण नागरिक हूं, जो रिटायरमेंट के बाद अपनी जिंदगी जी रहा है. राज्य अब स्टेटलेस है. जीवन और संपत्ति को किसी भी समय कोई भी खत्म कर सकता है. राज्य के हालात लीबिया, लेबनान, नाइजीरिया, सीरिया जैसे हो गया है. ऐसा लगता है कि मणिपुर को उसके अपने हाल पर छोड़ दिया गया है. क्या कोई सुन रहा है ?" इसके अलावा निशिकांत ने रिट्वीट करते हुए लिखा है कि मणिपुर में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर उच्चतम स्तर पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है.

मणिपुर में कब भड़की थी हिंसा (When did violence break out in Manipur)

बता दें कि मणिपुर में 3 मई को जातीय हिंसा भड़की थी. दरअसल हुआ कुछ यूं कि कुकी जनजातीय समुदाय ने इंफाल से करीब 60 किलोमीटर दूर चुराचांदपुर जिले में एक रैली बुलाई. यह रैली राज्य के बहुसंख्यक मैतेई समुदाय के जन जातीय दर्जा देने के विरोध में बुलाई गई थी.  इसके बाद यहीं से हिंसा भड़क गई और अभी तक नहीं रुकी है.