मानसून में लोग हो रहे डेंगू बुखार का शिकार, जानिए क्या हैं संक्रमण के लक्षण
इस वक़्त कोरोना के साथ-साथ मानसून में उत्पन्न होने वाली बीमारियों से भी सावधान रहना होगा. मानसून के कारण बहुत से कीटाणु पैदा हो सकते हैं.
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मानसून की वजह से आजकल सीजनल बीमारियों ने फिर से दस्तक देनी शुरू कर दी है. जिसके अंतर्गत डेंगू और जीका वायरस जैसे खतरनाक बीमारी शामिल है और इसकी वजह से लोगों की जान भी जा सकती है. ऐसे में लोगों को इस वक़्त कोरोना के साथ-साथ मानसून में उत्पन्न होने वाली बीमारियों से भी सावधान रहना होगा. मानसून के कारण बहुत से कीटाणु पैदा हो सकते हैं तो ऐसे में खुद को और अपने आस- पास साफ़-सफाई रखना बेहद जरुरी है.
डेंगू और जीका वायरस के कई सारे लक्षण हो सकते है जैसे कि:-
- ठंड लगने के बाद अचानक तेज़ बुखार आना
- सिर- मांसपेशियों में दर्द होना
- आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना जिसको छूने से दर्द और बढ़ जाता है.
- शरीर पर लाल रंग के निशान होना
- गले में हल्का- हल्का दर्द होना
आपको बता दें कि डेंगू 3 प्रकार के होते है:-
- क्लासिकल (साधारण) डेंगू बुखार
- डेंगू हेमरेजिक बुखार
- डेंगू शॉक सिंड्रोम
इन सब में जो पहला डेंगू का प्रकार है वो क्लासिकल यानी साधारण डेंगू बुखार हैं जिसमें सिर्फ बुखार आता हैं और जिसका इलाज आप घर रहते भी कर सकते हो, लेकिन इसके लिए आपको काफी सारे एहतियात बरतनी होगी जैसे कि झूठे बर्तन में खाना ना खाना, हमेशा साफ़- सुथरे जगह पर रहना. ऐसे में अगर इसके बाद जो दूसरे और तीसरे प्रकार के डेंगू है उसमें कई खतरे हैं जैसे कि अगर सही समय पर इसका इलाज नहीं हुआ तो काफी सारी दिक्कतें और उत्पन्न हो सकती हैं या फिर जान भी जा सकती हैं
बच्चों को इससे ज़्यादा खतरा
आपको बता दें कि इस बीमारी का असर बच्चों पर ज्यादा पड़ता हैं. बच्चों में इम्यून सिस्टम बड़ों के मुकाबले थोड़ा कमजोर होता है और बच्चे बाहर व ज्यादा रहते है जिनकी वजह से इन पर ज्यादा खतरा होता है इसलिए बच्चों पर उनके पेरेंट्स को ध्यान देने की ज्यादा जरूरत है कि जब भी वह घर पर आएं तो उन्हें साफ़ पानी से जरूर नहलाएं.