हनुमान जी को कलियुग में सबसे प्रमुख देवता माना जाता है. रामायण के सुन्दर कांड और तुलसीदास की हनुमान चालीसा में बजरंगबली के चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है. हनुमान जी को खुश करने के लिए उनकी मंगलकारी वंदना जरूर करें.
हनुमान जी का किरदार हर रूप में लोगों के लिए प्रेरणादायक है. हनुमान जी के बारे में तुलसीदास लिखते है. संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बल बीरा. यानी हनुमान जी में हर तरह के कष्ट को दूर करने की क्षमता है. हनुमान जी के कुछ खास गुण अपनाकर आपके सभी कष्ट दूर हो सकते है.
हम अक्सर अपनी शक्ति और ज्ञान का प्रदर्शन करते रहते है. कई बार तो वहां भी जहां उसकी आवश्यकता भी नहीं होती. हनुमान चालीसा में लिखा है. सूक्ष्म रूप धरी सियंहि दिखावा विकट रूप धरी लंक जरावा सीता के सामने उन्होंने खुद को लघु रूप में रखा. क्योंकि यहां वह पुत्र की भूमिका में थे. परन्तु संहारक के रूप में वह राक्षसों के लिए काल बन गए. एक ही स्थान पर अपनी शक्ति का दो अलग-अलग तरीके से प्रयोग करना हनुमान जी से सीखा जा सकता है.