Manipur Violence: मणिपुर में 2 महिलाओं को नग्न घुमाया, वीडियो वायरल होने के बाद मचा बवाल

Manipur News: मणिपुर की दो महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न का एक भयावह वीडियो सामने आया है. वीडियो सामने आने के बाद हालात एक बार फिर से बिगड़ गए हैं.

Manipur Violence: मणिपुर में 2 महिलाओं को नग्न घुमाया, वीडियो वायरल होने के बाद मचा बवाल
मणिपुर में 2 महिलाओं को नग्न घुमाया

Manipur Viral Video: मणिपुर बीते ढाई महीने से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है. यह हिंसा कुकी और मैतेई के बीच हो रही है. इस बीच मणिपुर से दिल को झकझोर देने वाला वीडियो सामने आया है. इसमें एक समुदाय की दो महिलाओं को दूसरे पक्ष के कुछ लोग निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमा रहे हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है.

4 मई की घटना 

मणिपुर पुलिस के मुताबिक यह घटना 4 मई की है. मामले में अपरहण, गैंगरेप और हत्या का मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कर लिया गया है. पुलिस घटना में शामिल दोषियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है. समाचार एजेंसी के मुताबिक सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि केंद्र सरकार ने फेसबुक-ट्वीटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स को इस वीडियो को शेयर न करने का आदेश दिया है. 

पुलिस अधीक्षक का बयान 

एक प्रेंस कॉफ्रेंस में, पुलिस अधीक्षक के. मेघचंद्र सिंह ने कहा "4 मई 2023 को अज्ञात बदमाशों द्वारा 2 महिलाओं को नग्न घुमाए जाने के वीडियो के संबंध में, अज्ञात लोगों के खिलाफ नोंगपोक सेकमाई पीएस (थौबल जिला) में अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया था. जांच शुरू हो गई है और पुलिस दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है."

अधिकारियों का बयान 

अधिकारियों का कहना है कि यह वीडियो इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) के गुरुवार को होने वाले प्रदर्शन से ठीक एक दिन पहले प्रसारित किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि यह वीडियो इसलिए वायरल किया जा रहा है कि जिससे उस समुदाय की दुर्दशा को सबके सामने रखा जा सके. 

सीएम ने लिया संज्ञान

मणिपुर के सीएम एन.बीरेन सिंह ने मीडिया से कहा कि वायरल वीडियो को स्वतः संज्ञान लिया है. जांच के लिए आदेश दे दिए गए हैं. बी.फेनोम गांव के 65 साल के प्रमुख थांगबोई वैफेई द्वारा सैकुल पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि भीड़ ने तीसरी महिला के साथ गैंगरेप किया गया था. 

FIR में क्या कहा गया है?

घटना के 1 महीने बाद 21 जून को FIR कराई गई. IPC की धारा के तहत धारा 153ए, 398, 427, 436, 448, 302, 354, 364, 326, 376, 34 और शस्त्र अधिनियम की धारा 25(1सी) के तहत मामला दर्ज किया गया है. दर्ज FIR  में कहा गया है कि 4 मई की दोपहर करीब 3 बजे करीब 800-1000 लोग कांगपोकपी जिले में स्थित हमारे गांव बी. फीनोम में घुस आए. उन्होंने घरों में तोड़फोड़ की, घरों का फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक, बर्तन, कपड़े और नकदी लूटने के बाद घरों में आग लगा दी. हमलावरों ने एक 56 साल के सोइटिंकम वैफेई की हत्या कर दी. इसके बाद तीन महिलाओं को कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया. हमलावरों ने महिलाओं के साथ गैंगरेप किया.

स्वाति मालीवाल ने मणिपुर सीएम को लिखा पत्र

DCW प्रमुख स्वाति मालीवाल ने मणिपुर की घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि. मणिपुर से बहुत ही ज्यादा खतरनाक वीडियो सामने आया है जिसको देखकर मैं पूरी रात सो नहीं पाई हूं. ये घटना ढाई महीने पहले की है और FIR दर्ज हुआ लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मुझे शर्म आ रही है कि केंद्र सरकार पिछले तीन महीने से चुप बैठी है और पीएम ने इस पर एक भी बयान नहीं दिया है. मैं आज मणिपुर के सीएम और पीएम मोदी को एक पत्र लिख रही हूं कि मणिपुर में हिंसा खत्म करने और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

विपक्षी दल केंद्र सरकार हमलावर 

वीडियो सामने आने के बाद केंद्र सरकार पर विपक्षी दल हमलावर हो गया है. तमाम नेताओं इस घटना पर दुख जताया है और अपनी प्रतिक्रिया दी है. NCP प्रमुख शरद पवार ने मणिपुर की इस घटना पर ट्वीट किया हैं. उन्होंने लिखा कि "मणिपुर से परेशान करने वाले दृश्य, विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, जो घृणित है. उसे देखकर व्यथित हूं. यह एकजुट होने, अपनी आवाज उठाने और मणिपुर के लोगों के लिए न्याय की मांग करने का समय है. गृह विभाग और PMO को मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए तुरंत आवश्यक कार्रवाई करने की जरूरत है.”

प्रियंका गांधी ने किया ट्वीट 

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इस मामले पर पीएम मोदी की चुप्पी की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि, मणिपुर से आ रही महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं. महिलाओं के साथ घटी इस भयावह हिंसा की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है. समाज में हिंसा का सबसे ज्यादा दंश महिलाओं और बच्चों को झेलना पड़ता है. हम सभी को मणिपुर में शांति के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए हिंसा की एकस्वर में निंदा करनी पड़ेगी. केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री जी आखिर मणिपुर की हिंसक घटनाओं पर आंख मूंद कर क्यों बैठे हैं? क्या इस तरह की तस्वीरें और हिंसक घटनाएं उन्हें विचलित नहीं करतीं?

राहुल गांधी ने पीएम की चुप्पी पर उठाया सवाल 

वहीं राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, पीएम की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया है. जब मणिपुर में भारत के विचार पर हमला किया जा रहा है तो भारत चुप नहीं रहेगा. हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं. शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है.

स्मृति ईरानी ने वीडियो की निंदा की 

वही, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर कहा, "मणिपुर से आया दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न का वीडियो निंदनीय और अमानवीय है. मैंने इस बारे में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात की है. उन्होंने मुझे बताया कि जांच चल रही है और भरोसा दिलाया कि आरोपियों को सजा दिलाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे.