पश्चिम बंगाल में रामनवमी बना सियासत का हथियार, जुलूस में हुआ हंगामा
रामनवमी पर जुलूस निकालने की परंपरा रही है. पश्चिम बंगाल में इस बार जोरदार जुलूस निकाला जा रहा है. इसकी तैयारियों को भांपते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कान खड़े हो गए.
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रमजान चल रहा है और आज रामनवमी भी है. रामनवमी पर जुलूस निकालने की परंपरा रही है. पश्चिम बंगाल में इस बार जोरदार जुलूस निकाला जा रहा है. इसकी तैयारियों को भांपते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कान खड़े हो गए. उन्होंने किसी पार्टी या नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन इशारों-इशारों में भाजपा को चेतावनी दी. ममता ने कहा कि अगर मुस्लिम इलाकों में रामनवमी का जुलूस निकला और हंगामा हुआ तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
रामनवमी का जुलूस
उन्होंने कहा, 'मैं रामनवमी के जुलूस को नहीं रोकूंगी लेकिन याद रखिए, हम भी मार्च करेंगे, आप भी. रमजान का महीना भी चल रहा है. अगर आप किसी मुस्लिम इलाके में जाकर हमला करते हैं तो याद रखिए, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
रामनवमी का त्योहार
पश्चिम बंगाल में एक दशक पहले तक रामनवमी का त्योहार चुनिंदा मंदिरों और आम लोगों के घरों तक ही सीमित था, लेकिन अब यह त्योहार सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के बीच राजनीति का एक बड़ा हथियार बन गया है.
बीजेपी का दमदार प्रदर्शन
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने तमाम राजनीतिक पंडितों के अनुमानों को धता बताते हुए 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की तो इसमें इन घटनाओं की अहम भूमिका रही. उसके बाद साल दर साल इस अवसर पर आयोजन और इसकी भव्यता बढ़ती चली गई। है. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के दमदार प्रदर्शन के बाद इस त्योहार पर राजनीति का रंग गहरा गया है.