कांग्रेस के चिंतन शिविर के आखिरी दिन राहुल गांधी ने संबोधित किया. अपने भाषण में उन्होंने बीजेपी पर हमला बोला, लेकिन सीधे कांग्रेस नेताओं को सलाह देते नजर आए. हालांकि राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान किसी नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन वह किस ओर इशारा कर रहे थे, इसे अच्छे से समझा जा सकता है.
कांग्रेस का चिंतन शिविर
आपको बता दें कि, राहुल गांधी ने चिंतन शिविर संबोधित करते हुए अपने भाषण में बीजेपी पर हमला बोला, लेकिन सीधे कांग्रेस नेताओं को सलाह देते नजर आए. राहुल ने कहा कि कांग्रेस के नेता जब भी हमारे पास आते हैं तो वही बोलते हैं जो हमें मिलेगा. जबकि वही होना चाहिए जो हम जनता को देंगे. यही वजह है कि हमारे कुछ वरिष्ठ नेता डिप्रेशन में चले गए हैं. इसलिए यह तय किया गया है कि जनता के साथ कांग्रेस के संबंधों को एक बार फिर मजबूत करेंगे.
जी-23 नेताओं की बात कर रहे थे राहुल गांधी
भाषण के दौरान राहुल गांधी ने किसी नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन जिस दिशा की ओर इशारा कर रहे थे, उसे अच्छे से समझा जा सकता है. दरअसल, राहुल गांधी कांग्रेस के असंतुष्ट जी-23 नेताओं की बात कर रहे थे. जी-23 में शामिल सभी कांग्रेसी नेताओं को कई मौकों पर पार्टी नेतृत्व, खासकर गांधी परिवार को चुनौती देते देखा गया. राहुल गांधी का दर्द भाषण के दौरान ही छलक गया. वे लगातार जी-23 के निशाने पर रहे हैं. इतना ही नहीं उनके कुछ भरोसेमंद साथियों ने अलग रास्ता भी अपनाया.