Punjab Congress: पंजाब कांग्रेस में 'ऑल इज नॉट वेल', हरीश रावत फिर सिद्धू से मिले, क्या कैप्टन से सुधरेंगे रिश्ते?
पंजाब कांग्रेस में सबकुछ ठीक होने के लाख दावे किए जा रहे हों लेकिन पार्टी में जारी आंतरिक कलह शांत होता नजर नहीं आ रही है. कांग्रेस की खेमेबाजी की वजह से एक बार फिर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत मंगवार को चंडीगढ़ पहुंचे और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष
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पंजाब कांग्रेस में सबकुछ ठीक होने के लाख दावे किए जा रहे हों लेकिन पार्टी में जारी आंतरिक कलह शांत होता नजर नहीं आ रही है. कांग्रेस की खेमेबाजी की वजह से एक बार फिर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत मंगवार को चंडीगढ़ पहुंचे और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने अलग-अलग मुद्दों पर बातचीत की. सिद्धू के अलावा उनके बेहद नजदीकी परगट सिंह भी हरीश रावत से मिले और हाल के घटनाक्रम पर चर्चा की.
परगट सिंह ने हाल ही में हाल ही में सरकार की यह कहकर आलोचना की थी कि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए कई वादे अब तक पूरे नहीं किए गए हैं राज्य में अगले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं लेकिन सीएम अमरिंदर सिंह और पार्टी अध्यक्ष सिद्धू के बीच बात बनती नहीं दिख रही है
क्या बोले हरीश रावत
कैबिनेट मंत्री राना गुरमीत सिंह द्वारा रखी गई डिनर पार्टी में कम से कम 55 विधायक पहुंचे थे. इस पर सिद्धू ने प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि उन्हें स्वतंत्र रूप से काम करने देना चाहिए. आज फिर हरीश रावत सीएम और सिद्धू समेत अन्य नेताओं से मिले. बैठक से पहले हरीश रावत ने कहा-मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष पहले भी साथ बैठकर मुद्दे सुलझा चुके हैं. इसलिए कोई तर्क नहीं है कि ऐसा इस बार भी नहीं होगा.