UN में भारत ने पाकिस्तान को घेरा
भारत ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद बोले कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन बिना डरे अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं.
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भारत ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद बोले कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन बिना डरे अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. आतंकवादियों को इसके लिए शह भी मिल रही है. विदेश मंत्री जयशंकर ने साथ ही पाकिस्तान स्थित आतंकियों द्वारा किए गए 2008 के मुंबई आतंकी हमले, पठानकोट में वायु सेना अड्डे और पुलवामा हमले के बारे में याद कराते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कभी भी आंतकवादियों को शरण्य नहीं देनी चाहिए. एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करते हुए ''आतंकवादी कृत्यों के कारण अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा'' विषय पर एक उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिबंधित हक्कानी नेटवर्क की गतिविधियों में वृद्धि इस बढ़ती चिंता को सही ठहराती है.
जयशंकर ने कहा, 'चाहे वह अफगानिस्तान में हो या भारत के खिलाफ, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूह को प्रश्रय प्राप्त है और वे बेखौफ होकर अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं." विदेश मंत्री बोले कि इसलिए यह जरुरी है कि सुरक्षा परिषद ''हमारे सामने आ रही समस्याओं को लेकर एक चयनात्मक, सामरिक या आत्मसंतुष्ट दृष्टिकोण नहीं अपनाए.
सुरक्षा परिषद पर हुई बैठक में आईएसआईएल की तरफ से अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए पैदा हॉप रह खतरे को लेकर महासचिव की 13वीं रिपोर्ट पर सोचा गया. तीन अगस्त को पेश हुई रिपोर्ट में कहा गया कि आईएसआईएल-खोरासन ने अफगानिस्तान के कई प्रांतों में अपने पांव पसारे हैं और काबुल में और इसके आसपास अपनी पकड़ मजबूत की है.