डीडीसी चुनाव परिणाम: भाजपा ने पहली बार कश्मीर में जीत की हासिल, बनी सबसे बड़ी पार्टी
मंगलवार के दिन पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसी पार्टियों का सामना करते हुए कश्मीर की सीट पर पहली बार भाजपा ने चुनाव जीता।

जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए डीडीसी चुनाव परिणाम के लिए वोटों की गिनती बुधवार को भी जारी है और अभी तक 280 सीटों में से 273 सीटों के लिए परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। फारूक अब्दुल्ला की अगुवाई वाली गुप्कर अलायंस ने 140 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि भाजपा 74 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
कांग्रेस ने भी 25 सीटें जीती हैं जबकि एपीएनआई पार्टी को 12 सीटें मिली हैं। स्वतंत्र दलों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है और 49 सीटें प्राप्त की हैं। बीजेपी ने जम्मू क्षेत्र में ऊपरी हाथ रखा, जबकि कश्मीर घाटी में गुप्कर गठबंधन का नेतृत्व किया।
बीजेपी पहली बार कश्मीर घाटी में सीटें जीती
मंगलवार के दिन पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसी पार्टियों का सामना करते हुए कश्मीर की सीट पर पहली बार भाजपा ने चुनाव जीता। ऐजाज हुसैन ने श्रीनगर के खोंमोह- II जिला विकास परिषद से सीट जीती, वहीं ऐजाज खान ने बांदीपोरा जिले में तुलैल सीट पर जीत हासिल कर जीत का परचम लहराया।
अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के परिणाम असंवैधानिक थे: गुप्कर गठबंधन
गुप्कर गठबंधन के सदस्यों ने मंगलवार को डीडीसी चुनावों के परिणामों का स्वागत किया, जिसमें कहा गया कि यह अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र के असंवैधानिक निर्णय पर फैसला है। कांग्रेस ने मतदाताओं को उनके साहस और "भाजपा और उसके गुमराह होने को अस्वीकार करने" के लिए दृढ़ संकल्प की सराहना की।
पीडीपी अध्यक्ष ने ट्वीट के जरिये अपनी बात रखते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर ,में आए डीडीसी नतीजों से ये साफ़ हो गया कि जम्मू-कश्मीर की जनता ने @ JKPAGD को वोट दिया है। इससे ये पता चलता है कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के असंवैधानिक निर्णय को अस्वीकार किया गया है।"
'लोकतंत्र की विजय': केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर
इन चुनावों के भाजपा प्रभारी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने परिणामों को लोकतंत्र की जीत बताया। ठाकुर ने समाचार एएनआई को बताया, "भले ही लोगों को धमकाया गया था, लेकिन उन्होंने अपना वोट डालने के लिए भारी संख्या में बाहर निकले। यह लोकतंत्र की जीत है। पीएम मोदी का सपना है कि जमीनी स्तर पर चुनाव संपन्न हों।"