अब जड़ से खत्म होगा कोरोना, सूंघकर किया जाएगा संक्रमितों का इलाज

साल 2020 में जब कोरोना देश में अपना कहर बरपा रहा था तब महाड़ के डॉ हिम्मतराव भवासकर ने अपने द्वारा बनाई गई दवाई से तमाम कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया. जानिए किस तरह डॉ भवासकर ने किया संक्रमितों का इलाज

अब जड़ से खत्म होगा कोरोना, सूंघकर किया जाएगा संक्रमितों का इलाज
प्रतीकात्मक तस्वीर

कोरोना के कहर ने पिछले तीन सालों से दुनिया भर में अपना आतंक मचाया हुआ है. वहीं कोरोना पर काबू पाने के लिए दुनियाभर के तमाम डॉक्टर्स लगातार कोशिशों में लगे हुए है कि किस तरह से कोरोना से निजात पाई जा सके. लेकिन अब महाराष्ट्र के महाड़ के डॉ हिम्मतराव भवासकर ने दावा किया है कि कोरोना को जड़ से खत्म किया जाएगा. 

कोरोना होगा जड़ से ख़त्म

इस बात से तो आप सभी वाकिफ ही है कि कोरोना ने देश में कितनी क्षति पहुंचाई है यहां तक कि लोगों ने भी यह कड़वा सच मान लिया था कि उन्हें अब अपना जीवन कोरोना के साथ बिताना होगा. ऐसे में आप सभी को यह जानकर ख़ुशी होगी कि कोरोना को अब जड़ से ख़त्म किया जा सकता है. आपको बता दें कि डॉ हिम्मतराव भवासकर ने इस बात का दावा किया है कि जब 2020 में कोरोना देश में अपना कहर बरपा रहा था तब उन्होंने अपने द्वारा बनाई गई सिंथेटिक मेथिलीन ब्लू नामक दवाई से तमाम कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जोकि एंटीवायरल दवाइयां लेने के बाद भी ठीक नहीं हो पा रहे थे. यहीं नहीं डॉ भवासकर की इस कामयाबी को इंटरनेशनल जर्नल में भी जगह दी गई है.

आखिर क्या है सिंथेटिक मेथिलीन ब्लू 

आपको बता दें कि डॉ भवासकर को  सांप बिच्छू के काटने पर उनका इलाज करने में वैश्विक पहचान मिली हुई है. सूत्रों के मुताबिक जब कोरोना की पहली लहर में पीड़ित संक्रमितों को जिस सिंथेटिक मेथिलीन ब्लू को सूंघाकर ठीक किया गया वह क्लोराइड साल्ट होता है जिसका उपयोग डाई में किया जाता है. यह एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमलेरिअल, एंटीडिप्रेसेंट और कार्डियोप्रोडक्टिव होता है. जिसकी कीमत बहुत कम होती है और इसे लोग आसानी से खरीद सकते है. यही नहीं कई बिमारियों के लिए भी मिथेलीन ब्लू का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं इसके फायदे होने के साथ-साथ नुकसान भी है और इसे अधिक मात्रा में लेने सें यह दवाई जहर का काम करती है.