मुस्लिम धर्म गुरु का विवादित बयान, कहा- सोमनाथ मंदिर में महिलाओं को गायब किया जाता था
सोमनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है और हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलनाथ के दर्शन करने के लिए मंदिर आते हैं.
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ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष और मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना साजिद रशीदी ने अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं और अब उन्होंने एक बार फिर अपने बयान से विवाद खड़ा कर दिया है. ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने सोमनाथ मंदिर पर हुए हमले को सही बताया है और कहा है कि सोमनाथ मंदिर में महिलाओं को गायब किया जा रहा रहा था. मौलाना साजिद रशीदी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि सोमनाथ मंदिर में महिलाओं को गायब किया जा रहा था. जिसे हमला करके रोका गया.
मंदिर का बार-बार हुआ है खंडन
बता दें कि सोमनाथ मंदिर (Somnath Mandir) गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में समुद्र किनारे स्थित है और भगवान शिव का प्रतिष्ठित मंदिर है. इस मंदिर पर कई बार हमले हुए थे और मंदिर का बार-बार खंडन और जीर्णोद्धार होता रहा. बताया जाता है कि ईसा के पूर्व में यह मंदिर अस्तित्व में आया था और उसी जगह सातवीं सदी में वल्लभी के मैत्रक राजाओं ने दूसरी बार मंदिर का पुनर्निर्माण कराया. इसके बाद आठवीं सदी में सिन्ध के अरबी गवर्नर जुनायद ने सेना भेजकर हमला किया.
सरदार पटेल ने कराया था निर्माण
इसके बाद प्रतिहार राजा नागभट्ट ने 815 ईस्वी में इसका तीसरी बार पुनर्निर्माण कराया. इसके बाद महमूद गजनवी ने हमला कर मंदिर को खंडित किया, जिसके बाद गुजरात के राजा भीम और मालवा के राजा भोज ने इसका निर्माण कराया. इसके बाद मुगल बादशाह औरंगजेब ने साल 1706 में इस मंदिर को फिर गिरा दिया. इसके बाद भारत के पूर्व गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने मंदिर का निर्माण कराया और मौजूद समय में यह मौजूद है. मालूम हो कि यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है और हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलनाथ के दर्शन करने के लिए मंदिर आते हैं.