जानिए क्या है सिग्नल, व्हाट्सएप को पीछे छोड़ बनी नंबर वन मैसेजिंग ऐप

नई पॉलिसी के आने के बाद व्हाट्सएप की लगातार आलोचना हो रही है जिसके कारण सिग्नल ऐप व्हाट्सएप को पिछे छोड़ पहले नंबर पर पहुंच गया है। आइए आपको बताते है कि सिग्नल ऐप कितना कारगर है।

जानिए क्या है सिग्नल, व्हाट्सएप को पीछे छोड़ बनी नंबर वन मैसेजिंग ऐप
प्रतीकात्मक छवि

पूरी दुनिया में फेसबुक के प्रभुत्व जमाने वाली ऐप व्हाट्सएप के दो बिलियन से अधिक यूजर्स हैं लेकिन यदि व्हाट्सएप के यूजर्स अगले महीने यानि 8 फरवरी तक उसकी शर्तों को नहीं मानते हैं और उनका अकाउंट डिलीट हो जाएगा और  उनका पर्सनल डाटा फेसबुक के साथ शेयर किया जाएगा। अब फेसबुक इस डाटा का इस्तेमाल विज्ञापनों में करेगा या किसी दूसरे कामों में यह अभी राज ही है लेकिन सूत्रों के मुताबिक कहा जा रहा है कि फेसबुक व्हाट्सएप यूजर्स के डाटा का इस्तेमाल विज्ञापनों के लिए करेगा। नई पॉलिसी के आने के बाद व्हाट्सएप की लगातार आलोचना हो रही है जिससे लोगों ने सिग्नल, टेलीग्राम जैसी कई  ऐप को तलाशना शुरू कर दिया हैं। यही नहीं ऐसा भी कहा जा रहा है कि व्हाट्सएप ग्रुप के सभी मैसेज गूगल पर लीक हो गए हैं। जिससे कोई भी गूगल पर व्हाट्सएप ग्रुप को सर्च करके आपके पर्सनल चैट को पढ़ने के साथ-साथ आपके किसी भी ग्रुप को ज्वाइन कर सकता था। आपको बता दें कि व्हाट्सएप की लापरवाही के कारण लोगों के व्हाट्सएप ग्रुप के नंबर भी प्राइवेट हो गए थे। जिसकी वजह से कोई भी व्हाट्सएप डाटा को लीक कर सकता हैं।

2019 में भी गूगल पर लीक हुआ था डाटा

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब व्हाट्सएप की सारी चैट गूगल पर लीक हुई है। इससे पहले 2019 में गूगल सर्च में कई ग्रुप और चैट भी पाए गए थे लेकिन व्हाट्सएप ने इस बग को ठीक कर दिया है। वही रिपोर्ट के अनुसार लगभग 1,500 व्हाट्सएप ग्रुप कोड नंबर गूगल परिणामों में दिखाई दे रहे थे।


इस लीक पर व्हाट्सएप ने क्या कहा जानिए?

जब डेटा लीक हाेने की रिपोर्ट आने के बाद व्हाट्सएप ने एक बयान में कहा कि मार्च 2020 से व्हाट्सएप ने सभी लिस्ट पेजों के लिए नोइंडेक्स टैग लागू कर दिया है जिसके बाद से ये पेज गूगल के इंडेक्सिंग प्रकिया से बाहर हैं। कंपनी ने गूगल से इन चैट को इंडेक्स नहीं करने के लिए कहा है लेकिन व्हाट्सएप की प्राइवेसी धीरे-धीरे कमजोर हो रही है जिसके कारण लोग टेलीग्राम और सिग्नल ऐप जैसे कई विकल्पों की तलाश मे जुट गए है। आपको बता दें कि इस ऐप को काफी पसंद किया जा रहा है। पिछले दो दिनों में 1 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे डाउनलोड किया है। यही कारण है कि सिग्नल ऐप व्हाट्सएप को पिछे छोड़ पहले नंबर पर पहुंच गया है। आइए आपको बताते है कि सिग्नल ऐप कितना कारगर है।

कैसे काम करता है सिग्नल ऐप

सिग्नल ऐप को दुनिया का सबसे सुरक्षित ऐप माना जा रहा है। यही नही इस सिग्नल ऐप के फीचर इतने अच्छे है कि यूजर को डेटा शेयर होने का खतरा भी नहीं हैं। यह सिग्नल ऐप में सभी डेटा आपके फोन में ही सेव होता है। इसके साथ ही अगर आप चाहते हैं कि आपकी  व्हाट्सएप चैट का कोई स्क्रिनशॉट ना ले तो आप इसे सैंटिग ऑप्शन में जाकर इसे बंद कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने डेटा के लिए लिंक्ड टू यू नाम का एक फीचर ऑन करना होगा। वहीं इस सिग्नल मैसेजिंग ऐप पर आपको कोई भी ग्रुप बनाकर किसी भी ग्रुप में नहीं जुड़ सकते है। उसके लिए उसे ग्रुप में आपको जोड़ने से पहले आपको इनवाइट करना होगा। जब आप एक्सेप्ट करेंगे तभी आप ग्रुप में जुड़ पाएंगे। यही नहीं सिग्नल ऐप खुद से ही आपके पुराने मैसेज खुद ही खत्म हो जाना।

किन कामों के लिए किया जा सकता है इस्तेमाल

सिग्नल ऐप व्हाट्सएप की तरह ही काम करता है। इससे आप मैसेज, फोटो, विडियो, कॉल, आदि सब कर सकते हैं। खास बात यह है कि कंपनी ने हाल ही में एक नए फीचर को जोड़ा है। जिसके तहत आप 150 से ज्यादा लोगों के साथ एक साथ ग्रुप वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं।

सिग्नल ऐप को किसने बनाया है

इस सिग्नल मैसेजिंग ऐप को सिग्नल फांउडेशन के सीईओ मोक्सी मार्लिस्पाइक ने बनाया है। जिसके तहत सिग्नल फांउडेशन एक नॉन-प्रॉफिटेवल कंपनी है।वही इसकी सबसे बड़ी बात ये है कि इस कंपनी को इस्टैब्लिश्ट करने में व्हाट्सएप के फाउंडर ब्रायन एक्टन ने मोक्सी मार्लिस्पाइक की मदद की थी जिन्होंने साल 2017 में व्हाट्सएप ऐप को छोड़ने के बाद सिंग्नल ऐप फांउडेशन में लगभग 50 मिलियन डॉलर का निवेश किया था।