लोगों को खतरनाक संक्रमणों के
प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस
मनाया जाता है. आइए आज हम आपको बताते हैं इस बीमारी के लक्षण और ऐसा क्यों होता है.
मलेरिया कब और
कैसे होता है
मलेरिया
एक वेक्टर जनित रोग है जो मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है. इसे फैलाने
वाला मच्छर गंदे पानी में तेजी से बढ़ता है और रात में ही काटता है, अगर इसके पीक टाइम की बात करें तो
बारिश के मौसम में इसके फैलने की संभावना सबसे अधिक होती है और ऐसा इसलिए है
क्योंकि इसका चरम जुलाई के महीने में होता है. ऐसा होता है. समय बीतता जाता है और
इसके मामलों की सुनवाई लगभग नवंबर महीने तक होती है. मलेरिया का मच्छर दिन में
छिपकर काटता है, और
अलग-अलग व्यक्तियों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करता है, जैसे मलेरिया के कुछ रोगियों को
ठंड लगने के साथ तेज बुखार की शिकायत होती है, जबकि कुछ लोगों में इसके लक्षण एक
साथ दिखाई देते हैं. नहीं हैं. कभी-कभी मलेरिया बुखार का कारण नहीं बनता है और
धीरे-धीरे आगे बढ़ता है, जिससे
रोगी में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है और रोग इसकी कमी से एनीमिक हो जाता है जो
खतरनाक हो सकता है.
मच्छरों से
बचाव के उपाय
घर
में किसी भी हाल में मच्छर न आने दें. हो सके तो खिड़कियों और दरवाजों पर महीन
जाली लगवाएं.
लहसुन
का अधिक से अधिक प्रयोग करें. इसकी गंध से मच्छर भाग जाते हैं.
त्वचा
पर लैवेंडर का तेल लगाने से मच्छर दूर रहते हैं.
नीम
का तेल मच्छरों को भगाने में भी बहुत उपयोगी होता है. सोने से पहले शरीर पर थोड़ा
सा नीम का तेल लगाने से मच्छर नहीं काटते.
घर
या ऑफिस के आसपास पानी जमा न होने दें. गड्ढों को मिट्टी से भर दें. बंद नालियों
को साफ करें.
यदि
पानी को जमा होने से रोकना संभव न हो तो उसमें पेट्रोल या मिट्टी का तेल मिलाएं.
रूम
कूलर, गुलदस्ते
में सप्ताह में एक बार सारा पानी खाली कर दें और पक्षियों को पूरी तरह से खिलाने
के लिए बर्तन, उन्हें
सुखाकर फिर से भरें.
मच्छरों
को भगाने और मारने के लिए क्रीम, स्प्रे, मैट, कॉइल आदि का प्रयोग करें.
घर
के अंदर सभी जगहों पर सप्ताह में एक बार मच्छर भगाने वाली दवा का छिड़काव करें. इस
दवा को फोटो-फ्रेम, पर्दे, कैलेंडर आदि के पीछे और स्टोर रूम
और घर के सभी कोनों में छिड़कना चाहिए. दवा का छिड़काव करते समय अपने मुंह और नाक
पर एक कपड़ा बांध लें. साथ ही खाने-पीने का सारा सामान ढक कर रखें.
पीने
के पानी में क्लोरीन की एक गोली मिलाकर पानी को उबाल कर पीएं.
शाम
के समय पूरी बाजू के कपड़े पहनकर ही बाहर निकलें.