16 अक्टूबर को दुनियाभर के 150 देशों में विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है. रोम में इसी दिन खाद्य एंव कृषि संगठन की स्थापना की गई थी. बदलती टेक्नोलॉजी के साथ कृषि, पर्यावरण, पोषक तत्व और खाद्य सुरक्षा के बारे में यह संगठन जानकारी देता है. ताकि पूरी दुनिया में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता बढ़ाई जा सकें और इसके साथ-साथ मालन्यूट्रिशन को रोका जा सकें. इसके बाद 1979 में कांफ्रेंस ऑफ एफएओ ने वर्ल्ड फूड डे मनाने की घोषणा की गई थी.
वर्ल्ड फूड डे का उद्देश्य भुखमरी से पीड़ित लोगों को जागरुक करना है. यह काम खाद्य और कृषि संगठन के सदस्यों ने शुरू किया था. संगठन के 20वें महासम्मलेन में इस दिन के बारे में प्रस्ताव तक रखा गया था. 1981 के बाद से हर साल इसे अब मनाया जाता है. आपको बता दें कि केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में कुपोषण के मामले इस वक्त बढ़ रहे हैं ऐसे में लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है.
एक सेहतमंद व्यक्ति के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खाना बहुत जरूरी होता है, लेकिन आज भी हजारों लोग कुपोषण के चलते अपनी जान गवां रहे हैं. इसीलिए खाने को हर व्यक्ति का एक मौलिक और बुनियादी अधिकार माना गया है. इसीलिए पूरी दुनिया इसे मनाती है. हर साल अलग-अलग थीम पर विश्व खाद्य दिवस को मनाया जाता है. इस बार की थीम है हमारे कार्य हमारा भविष्य है- बेहतर उत्पादन, बेहतर पोषण, बेहतर वातावरण और बेहतर जीवन.