Uttarakhand: जोशीमठ को खाली कराना हो रहा मुश्किल, लोग घर छोड़ने को तैयार नहीं

खतरे के बाद भी आपदा प्रभावितों को राहत शिविर में भेजना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है. स्थिति यह है कि खतरे के बाद भी भवन स्वामी घरों में ही जमे हैं. लोगों को घरों से निकालने के लिए खासा मशक्कत करनी पड़ रही है.

उत्तराखंड में भूधंसाव से प्रभावित जोशीमठ के डेंजर जोन को खाली कराने का अभियान शुरु कर दिया गया है. एसडीआरएफ  की टीम ने खतरे वाले भवनों के स्वामियों को घर खाली करने का तीन दिन का नोटिस दिया है.  घर को खाली करने में लोगों को समस्या न हो इसके लिए एसडीआरएफ के 60 जवानों की टीम लगाई गई है. यहां पर लगभग 500 घरों को खाली किया जाना है. हालांकि लोग घर को खाली करने के लिए तैयार नहीं हैं. जिससे जिला प्रशासन की चुनौती बढ़ गई है. 

असुरक्षित जगह को तीन दिन  में खाली कराया जाएगा

जिला प्रशासन के मुताबिक तीन दिन में डेंजर जोन से घर खाली नहीं करने वालों को जबरन हटाया जाएगा. उनके पुनर्वास के लिए भी व्यवस्था की गई है. जिला प्रशासन अब तक 129 परिवारों को डेंजर जोन से हटाकर पुनर्वासित कर चुका है.

46 परिवारों को 5-5 हजार रुपये चेक दिए 

खतरे के बाद भी आपदा प्रभावितों को राहत शिविर में भेजना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है. स्थिति यह है कि खतरे के बाद भी भवन स्वामी घरों में ही जमे हैं. लोगों को घरों से निकालने के लिए खासा मशक्कत करनी पड़ रही है. जिला प्रशासन की ओर से आपदा प्रभावित 46 परिवारों को पांच-पांच हजार रुपये प्रति परिवार की दर से घरेलू सामान व राशन के लिए दो लाख 30 हजार रुपये के चेक वितरित किए गए.

असुरक्षित स्थानों को चिह्नित कर लिया गया है:  हिमांशु 

चमोली के ज़िलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि, हमने आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कुछ वार्ड की पहचान कर उस पर निशान लगाया है और उनको रहने के लिए असुरक्षित घोषित किया है. इन वार्ड में प्रवेश भी निषेध रहेगा.

जिला अधिकारी ने की थी अपील 

रविवार को जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जोशीमठ नगर के मारवाड़ी वार्ड में लोगों से अपील की कि वह असुरक्षित घरों में ना रहें और सुरक्षित स्थानों पर जाएं.

CM धामी ने लोगों से किया अनुरोध

 उत्तराखंड CM मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  ने कहा कि जोशीमठ भू-धंसाव पर  मैंने सभी से अनुरोध किया है कि ये समय मिलकर काम करने का है,लोग इस काम पर लगे हुए भी हैं. खतरे में आने वाले 68 मकान में रहने वालों को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया गया है और 600 से अधिक मकानों का जो एक जोन बना है वहां से भी लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है.

पीएम मोदी ने दिया मदद करने का आश्वासन 

सीएम धामी ने आगे कहा कि पीएम मोदी भी इसकी लगातार समीक्षा कर रहे हैं और हमें हर प्रकार से सहायता देने का आश्वासन दिया है.

बद्रीनाथ की तर्ज पर लोगों को मुआवजा दिया जाए: हरिश रावत 

उत्तराखंड के पूर्व CM हरीश रावतव ने ANI समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा कि, किसी भी समय सारा ढांचा ढह सकता है. जोशीमठ को दूसरी जगह बसाया और नया जोशीमठ बनाया जाना चाहिए. जोशीमठ के कारणों को पता लगाया जाए और इसे राष्ट्रीय आपदा के रूप में लेकर इसको बनाया जाना चाहिए.  प्रभावित परिवारों को बद्रीनाथ के तर्ज़ पर मुआवजा दिया जाए.