उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र 17 अगस्त से 24 अगस्त तक प्रस्तावित किया गया है. अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने मंगलवार से शुरू हो रहे मानसून सत्र में सदन के सुचारू संचालन में सभी दलों का सहयोग मांगा है.
विधानसभा सत्र के मद्देनजर सोमवार को विधानसभा भवन में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में अध्यक्ष ने कहा कि तार्किक, तथ्यात्मक और गुणवत्तापूर्ण संवाद से लोगों की समस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है. सभी के सहयोग से सदन के सुचारू संचालन के माध्यम से अधिकतम वैचारिक उत्पादन का संदेश दिया जा सकता है, उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सदन की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी. मुख्यमंत्री ने सत्र के सुचारू संचालन में सत्तारूढ़ दल की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि राज्य में कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रण में है और गति स्थिर हो गई है. लेकिन अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है.
राज्य सरकार द्वारा कोरोना को नियंत्रित करने और रोकने के लिए सभी उपाय किए गए हैं। बैठक में सभी दलों के नेताओं का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उठाए गए मुद्दों पर नियमित रूप से सार्थक बातचीत कर सभी सदस्यों के अनुभवों का लाभ उठाएगी. सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए गंभीर चर्चाओं को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र में जनता का विश्वास बढ़ता है, उन्होंने घर चलाने में सभी का सहयोग भी मांगा.
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सदन का सुचारू संचालन सभी को सीखने का मौका देता है और इसके लिए विपक्ष का सहयोग जरूरी है. बैठक में सपा के नरेंद्र सिंह वर्मा, बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली, कांग्रेस की आराधना मिश्रा मोना, सुभाष के ओम प्रकाश राजभर और अपना दल (सोनेलाल) की लीना तिवारी ने अपने-अपने दलों की ओर से सुचारू संचालन की बात की. विधान सभा सत्र में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया. व्यापार सलाहकार समिति ने 24 अगस्त तक कार्यक्रम तय किया.