इस बात की जानकारी सोमवार को को सामने आई है. यह रैकेट दिल्ली से जुड़े नोएडा से चलाया जा रहा था. नौकरी, पैसों और शादी का झांसा देकर लोगों का धर्म परिवर्तन करने का ये काम करते थे. एक साल में इन्होंने 350 लोगों का धर्म परिवर्तन करने का काम किया है. इसको लेकर जांच में दस्तावेज और सबूत तक मिले हैं.
इसके अलावा रिपोर्ट्स में ये तक बताया गया है कि बड़े पैमाने पर धर्मांतरण इस रैकेट के तहत किया जा रहा था. इस मामले में आरोपियों की मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी और मोहम्मद उमर गौतम के तौर पर हुई है. आरोपी दिल्ली के जामिया नगर के रहने वाले हैं. आरोप तो ये भी है कि इन्होंने हजार से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन तक कराया है.
साथ ही ये भी आरोप है कि ये मूक बधिरों, बच्चों, महिलाओं और मुसीबत से गुजर रहे लोगों को ही अपना शिकार बनाकर धर्म परिवर्तन कराते थे. वही, उन्होंने नोएडा के एक स्कूल के कम से कम 18 मूक बधिर बच्चों का भी धर्म परिवर्तन तक कराया है. गिरफ्तारी के बाद फिलहाल इन सभी लोगों से जानकारी इस वक्त निकाली जा रही है.