कब घटेंगे टमाटर के दाम, जेब पर पड़ रहा गहरा असर

टमाटर खरीदना महंगा हो गया है और यह हमारी जेब पर भारी पड़ रहा है. टमाटर की कीमतें जो पहले 20-30 रुपये प्रति किलोग्राम थीं, पिछले कुछ हफ्तों में बढ़कर 110-160 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं.

टमाटर खरीदना महंगा हो गया है और यह हमारी जेब पर भारी पड़ रहा है. टमाटर की कीमतें जो पहले 20-30 रुपये प्रति किलोग्राम थीं, पिछले कुछ हफ्तों में बढ़कर 110-160 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं. अगर कीमतें इसी तरह बढ़ती रहीं तो वह दिन दूर नहीं जब आम आदमी की रसोई से टमाटर गायब हो जाएगा. क्यों आसमान छू रही है टमाटर की कीमत और कब आएगी इसमें कमी? आइए आपको टमाटर की कीमत से जुड़े अहम सवालों के जवाब बताते हैं.

टमाटर का थोक भाव

जून में टमाटर की खुदरा कीमत करीब 38.5 फीसदी बढ़ गई है. चिंता की बात यह है कि इस दौरान टमाटर का थोक भाव और भी परेशान करने वाला हो गया है. इस दौरान टमाटर की थोक कीमत में 45.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.

टमाटर की कम पैदावार

हर किसी के मन में ये सवाल घूम रहा है कि आखिर टमाटर की कीमत में इतनी भारी बढ़ोतरी क्यों हुई है? तमाम रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इसके पीछे की वजह टमाटर की कम पैदावार है. आंकड़ों के मुताबिक 2021-22 में टमाटर का उत्पादन 20,694 हुआ. जो 2022-23 में 0.4 प्रतिशत घटकर 20,621 हो गया है.

टमाटर की फसल की कटाई

जुलाई-नवंबर फसल सीजन के आगमन के साथ टमाटर की कीमतें कम हो सकती हैं. रबी टमाटर की फसल की कटाई का मौसम दिसंबर-जून है, गर्मी की लहरें या अनियमित बारिश फसल को प्रभावित कर सकती है, इसलिए कीमतों में अचानक उछाल आता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई-नवंबर फसल सीजन के आने के साथ टमाटर की कीमतें कम हो जाएंगी.