भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत एक बार फिर चर्चा में है. इस बार टिकैत ने फसल खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए हैं. कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), 2021-2022 पर फसल खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाये हैं. राकेश टिकट ने एमएसपी खरीद में 26 हजार किसानों में से 11 हजार किसानों के फर्जी होने का दावा किया है.
आपको बता दें फसल खरीद में राकेश टिकैत द्वारा लगाए गए ये भ्रष्टाचार के आरोप की जानकारी न्यूज एजेंसी एएनआई के से मिली है. बीकेयू नेता राकेश टिकैत का कहना है कि ''हम दस्तावेज मुहैया करायेंगे. जिन जगहों पर स्कूल और भवन बन रहे हैं, वहां खेती दिखाई जा रही है.उन्होंने कहा रामपुर में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद में 26 हजार किसानों में से 11 हजार किसान फर्जी हैं. यहाँ तक कि राकेश टिकैत ने रामपुर में अभिनेत्री जयाप्रदा के स्कूल की जमीन पर भी खेती दिखा कर खरीद किये जाने का आरोप लगा दिया है.
यहाँ तक कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ये कहा कि सरकार की ओर से 23 फसलों पर एमएसपी घोषित किये जाने के बावजूद सिर्फ दो या तीन फसलों की ही खरीद की जाती है. देश के आठ फीसदी किसान भी एमएसपी का लाभ नहीं ले पा रहे हैं. किसानों से सस्ती दरों पर फसल खरीदकर बिचौलिये एमएसपी पर बेच देते हैं.