पहली मुस्लिम महिला फाइटर पायलट बनेगी सानिया मिर्जा, NDA की परीक्षा पास कर रचा इतिहास

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी 2022 की परीक्षा में पुरुष और महिला के लिए कुल मिलाकर कुल 400 सीटें थीं, जिसमें 19 सीटें महिलाओं के लिए थीं. वहीं इनमें से दो सीटें लड़ाकू पायलटों के लिए आरक्षित थीं...

यूपी के मिर्जापुर जिले के रहने वाले एक टीवी मैकेनिकल की बेटी सानिया मिर्जा ने कमाल कर दिखाया है. दरअसल सानिया मिर्जा ने नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) की परीक्षा पास की है. इसके साथ सानिया ने अपने नाम एक ऐसा रिकार्ड दर्ज कर लिया है. जिसे तोड़ना मुमकिन नहीं होगा. सानिया ने NDA की परीक्षा में फ्लाइंग विंग में महिलाओं के लिए आरक्ष‍ित 19 सीटों में दूसरा स्थान हासिल किया. अब सानिया की ट्रेनिंग पुणे की एनडीए एकेडमी में होगी. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सानिया देश की पहली मुस्लिम महिला फाइटर पायलट होने का खिताब भी अपने नाम करेंगी.

गांव में हुई है सानिया की पढ़ाई

सानिया मिर्जापुर में कोतवाली  के जसोवर की रहने वाली हैं, उनकी पढ़ाई गांव के ही एक स्कूल में हुई है. सानिया ने 12वीं क्लास में जिले में टॉप रैंक हासिल की थी. सानिया का बचपन से फाइटर पायलट बनने का सपना था.  सानिया की प्रेरणा स्रोत देश की पहली महिला पायलट अवनी चतुर्वेदी हैं. वह शुरू से ही उनके जैसा बनना चाहती थी. 12वीं की पढ़ाई के बाद सानिया ने इसके लिए कोचिंग ली और कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत यह परीक्षा पास करने में सफल रहीं. सानिया ने एनडीए की परीक्षा में 148वीं रैंक हासिल की है. 

सानिया के माता-पिता ने जाहिर की खुशी 

अब 27 दिसंबर को मिर्जापुर की बेटी पुणे की खड़गवासला में एनडीए एकेडमी में दाखिला लेगी. सानिया के पिता  शाहिद अली ने बताया कि वह अपनी बेटी की इस उड़ान से काफी खुश हैं. वहीं सानिया की मां तबस्सुम मिर्जा ने कहा, 'हमारी बेटी ने हमें और पूरे गांव को गौरवान्वित किया है. उसने फाइटर पायलट बनने का सपना पूरा कर अपने गांव की हर लड़कियों को प्रेरित किया है. 

गौरतलब है कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी 2022 की परीक्षा में पुरुष और महिला के लिए कुल मिलाकर कुल 400 सीटें थीं, जिसमें 19 सीटें महिलाओं के लिए थीं. वहीं इनमें से दो सीटें लड़ाकू पायलटों के लिए आरक्षित थीं. इन्हीं दो सीटों में  से एक सानिया मिर्जा ने हासिल कर ली है.