कांग्रेस पूर्व सांसद राहुल गांधी इन दिनों अलग तेवर में नजर आ रहे हैं. कभी मुखर्जी नगर पहुंच कर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों के बीच बैठ कर चाय पीते हैं. तो, कभी दिल्ली विश्वविद्यालय में पहुंच कर छात्रों के साथ कैंटीन में खाना खाते हैं. अब उनका एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह ट्रक की सवारी करते हुए दिखाई दे रहे हैं. राहुल गांधी ने सोमवार रात अंबाला से चंडीगढ़ का 50 किमी का सफर ट्रक से तय किया.
शिमला जा रहे थे राहुल गांधी
बताया जा रहा है कि वे सोमवार दोपहर को शिमला के लिए कार से निकले थे. पार्टी कार्यकर्ताओं ने बताया की राहुल गांधी ने ट्रक में यात्रा के दौरान ड्राइवरों से बातचीत की और उनकी समस्याएं भी सुनीं. कांग्रेस के एक नेता ने बताया की राहुल गांधी मां सोनिया गांधी से मिलने शिमला जा रहे थे. सोनिया गांधी इन दिनों शिमला में प्रियंका गांधी के फार्म हाउस में हैं. कर्नाटक के सीएम बनाए जाने का फैसला भी उन्होंने शिमला में ही रहते हुए किया था.
वीडियो हो रहा वायरल
राहुल गांधी के ट्रक वाले वीडियो को कांग्रेस नेताओं ने शेयर किया. जो की वायरल हो रहा है. कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर शेयर किया है. प्रतापगढ़ी ने लिखा है, 'ट्रक ड्राइवर की समस्याओं को जानने के लिये उनके बीच पहुंच जाना और फिर उनके साथ एनएच-1 पर ट्रक की सवारी करते हुए उनसे बातें करना, ये सिर्फ राहुल गांधी ही कर सकते हैं. कमाल करते हैं आप राहुल जी.'
राहुल गांधी ने सुनी ड्राइवरों के मन की बात
वहीं कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में कहा गया है, 'जननायक राहुल गांधी ट्रक ड्राइवर्स की समस्या जानने उनके बीच पहुंचे. राहुल जी ने उनके साथ दिल्ली से चंडीगढ़ तक का सफर किया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की सड़कों पर करीब 90 लाख ट्रक ड्राइवर्स हैं. इनकी अपनी समस्याएं हैं. इनके 'मन की बात' सुनने का काम राहुल जी ने किया.'
देश की बात सुनना चाहते हैं राहुल गांधी: सुप्रीया श्रीनेत
वहीं, कांग्रेस नेता सुप्रीया श्रीनेत ने भी राहुल गांधी का वीडिया शेयर करते हुए लिखा, 'यूनिवर्सिटी के छात्रों से, खिलाड़ियों से, सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे युवाओं से, किसानों से , डिलीवरी पार्टनरों से, बस में आम नागरिकों से और अब आधी रात को ट्रक के ड्राइवर से आखिर क्यों मुलाकात कर रहे हैं राहुल गांधी? क्योंकि वो इस देश के लोगों की बात सुनना चाहते हैं, उनकी चुनौतियों और परेशानियों को समझना चाहते हैं.'