Opposition Unity: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई में बिहार की राजधानी पटना में आज विपक्षी दलों को महाबैठक हो रही है. मीटिंग में शामिल होने के लिए गुरुवार से ही नेताओं का पटना पहुंचने का सिलसिला शुरु हो चुका है. यह मीटिंग 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बेहद अहम है. पटना में आरजेडी और जेडीयू के कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है. पटना पहुंच रहे नेताओं का स्वागत खुद नीतीश कुमार कर रहे हैं. इस बैठक को लेकर जहां विपक्ष का कहना है लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए यह मीटिंग की जा रहा है. तो, वहीं बीजेपी ने निशाना साधा है.
विपक्ष जब एकजुट होता है तो लोकतंत्र में मजबूती आती है: आलोक कुमार RJD नेता
राजद नेता आलोक कुमार मेहता ने बैठक को लेकर कहा कि, यह बैठक भारत की प्रजातांत्रिक व्यवस्था का हिस्सा है. विपक्ष जब एकजुट होता है तो लोकतंत्र में मज़बूती आती है...विपक्ष जब भी लड़ा है सामूहिक नेतृत्व में लड़ा है. जब चुनाव हो जाएगा तब हमारा नेता चुना जाएगा.
ये बैठक 140 करोड़ लोगों की हिफाजत के लिए: पप्पू यादव
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि ये देश के विपक्ष की बैठक नहीं है. ये बैठक देश को 140 करोड़ लोगों की जिंदगी और उनके हिफाजत के लिए है. बैठक बिहार को हमेशा अपमान की दृष्टि से देखने के खिलाफ है और अच्छी शुरुआत के लिए है...कांग्रेस भाजपा को हराने वाली अकेली पार्टी है, देश में कांग्रेस से अलग रहकर कोई भाजपा को नहीं हरा सकता.
बीजेपी ने बोला हमला
इस मीटिंग को लेकर बीजेपी ने हमला बोला है. नेता प्रतिपक्ष ने विजय कुमार सिन्हा कहा, अगर ये सरकार बनाने वाले लोग होते तो अपने बलबूते बिहार में कभी सरकार क्यों नहीं बना पाए? जिस व्यक्ति को बिहार की जनता ने कभी जनादेश नहीं दिया उनकी क्या औकात है सरकार बनाने और बिगाड़ने की?
पटना की सड़कों पर अनेकों दूल्हों की दावेदार: BJP
वहीं बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि, पटना की सड़कों पर अनेको दूल्हों की दावेदारी लगी हुई है. दूल्हा कौन है यह तो साफ समझ आ गया है कि वहां कोई दावेदारी ही नहीं है...विपक्ष एक साथ लड़े या न लड़े उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 2024 में जनता मोदी जी को ही फिर से प्रधानमंत्री बनाएगी.
ये नेता हो रहे शामिल
विपक्षी दलों कि मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, ममता बनर्जी, जेडीयू नेता नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल, शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, NCP प्रमुख शरद पवार, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, NC नेता फारुख अब्दुला, CPI सचिव डी. राजा, CPM सचिव सीताराम येचुरी और CPIML के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य सहित कई बड़े राजनीतिक दिग्गज शामिल हो रहे हैं.