भारत के भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) को गिरफ्तार कर लिया गया है. मेहुल चौकसी डोमिनिका में छिपा हुआ था. मेहुल चौकसी की गिरफ्तारी पर एंटीगुआ एंड बार्बुडा के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा है कि हम नहीं चाहते कि अब मेहुल चौकसी यहां लौटे. हम चाहते हैं कि डोमिनिका सरकार उसे सीधे भारत के सौंप दे. चौकसी 3 दिन पहले एंटीगुआ और बारबुडा से लापता हो गया था. इसके बाद इंटरपोल ने उसके खिलाफ येलो नोटिस जारी किया था. बाद में इसी नोटिस को एंटीगुआ सरकार ने भी रिटेन किया. इसके बाद उसकी तलाश तेज कर दी गई.
प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा, ‘’एंटीगुआ और बार्बुडा से फरार हुआ मेहुल चौकसी संभवतया डोमेनिका में शरण लेने गया था. लेकिन हमने एक गुमशुदा आदमी की तरह उसकी तलाश के लिए इंटरपोल ग्रीन नोटिस जारी किया था. वो डोमिनिका में पाया गया. डोमिनिका सरकार उसे वापस भेजने की तैयारी कर रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘’हमने डोमिनिका सरकार से कहा है कि उसे एंटीगुआ-बार्बुडा न भेजा जाए. जहां उसके पास संवैधानिक और कानूनी संरक्षण के अधिकार हैं. बल्कि उसे सीधे भारत को डिपोर्ट कर दिया जाए.’’
डोमिनिका की लोकल मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि चौकसी को मंगलवार रात पकड़ा गया. हालांकि, उसे गिरफ्तार किया गया है या पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, यह अब तक साफ नहीं हो सका है. डोमिनिका पुलिस अब कानूनी प्रक्रिया के तहत उसे एंटीगुआ और बारबुडा प्रशासन को सौंपेगी.
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मेहुल चौकसी के वकील विजय अग्रवाल ने बताया कि मैंने उनके परिवार से बात की है, और वे खुश हैं. चौकसी का परिवार उनकी जानकारी मिलने के बाद राहत महसूस कर रहा है. चौकसी से बात करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि यह पता चल सके कि उन्हें डोमिनिका कैसे ले जाया गया.