तमिलनाडु के मुख्यमंत्री 'एम के स्टालिन' ने राज्य में होने वाले नीट परीक्षा को रद्द करवा दी. नीट की परीक्षा देने वाले एक छात्र ने आत्महत्या कर ली थी, जिसकी वजह से विपक्षी दाल के नेता ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठा दिया जिसकी वजह से मुख्यमंत्री ने होने वाले नीट परीक्षा को रद्द कर दिया.
जैसे ही सदन की करवाई होने वाली थी, तभी विपक्षी नेता 'पल्लिस्वामी' ने 19 वर्ष के धनुष का मुद्दा उठा दिया जिसने आत्महत्या कर ली थी और हंगामा मचा दिया, उन्होंने विपक्षियों पर तंज़ भी कसना शुरू कर दिए. वही द्रमुक ने नीट को रद्द करने का वादा किया था, लेकिन यह नहीं किया गया और बहुत से छात्र इसके लिए तैयार नहीं थे. पलानी स्वामी के कुछ बयानों को विधानसभा अध्यक्ष एम अप्पवु ने रिकॉर्ड से हटा दिया.
जानकारी के लिए बता दें कि विपक्षी दल के नेता लोग काला बैच लगाकर आए थे. 19 वर्षीय धनुष ने नीट परीक्षा शुरू होने के कुछ घंटे पहले ही आत्महत्या कर ली थी क्योंकि उसे डर लग रहा था कि उसका परीक्षा कैसा जायेगा. इस घटना के बाद से अखिल भारतीय अन्ना द्रमुक और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के ऊपर आरोप लगाने शुरू कर दिए और राज्य सरकार का कहना है कि इसमें पूरी गलती केंद्र सरकार की है.