1 अप्रैल के दिन कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को पटियाला की सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया है। उन्हें एक साल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन उनके अच्छे व्यवहार के चलते उन्हें 10 महीने के अंदर-अंदर रिहा कर दिया गया। रिहा होने के बाद नवजोत काफी ज्यादा बरसते हुए दिखाई दिए। उन्होंने लोकसभा से राहुल गांधी की अयोग्यता को लेकर बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है।
अपनी बात रखते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि इस देश में जब भी तानाशाही आई है, एक क्रांति भी आई है और इस बार उस क्रांति का नाम राहुल गांधी है। वह सरकार को हिला देंगे। उन्होंने संसद में विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बहस और असहमति लोकतंत्र का सार है। यह विपक्ष की भूमिका है। बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार डर रही है।
पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश
इसके अलावा पूर्व क्रिकेटर नवोजत सिंह सिद्धू ने कहा कि अब लोकतंत्र जैसी कोई चीज नहीं बची है। पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश हो रही है.। अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अगर आप पंजाब को कमजोर करने की कोशिश करेंगे तो आप कमजोर हो जाएंगे।
नवजोत सिद्धू जिंदाबाद के नारे
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू के स्वागत के लिए सुबह से ही जेल के बाहर इक्ट्ठा हो गए थे। साथ ही उन्होंने नवजोत सिद्धू जिंदाबाद के नारे लगाए। उम्मीद थी कि वो दोपहर में रिहा होंगे, लेकिन लेकिन उन्हें शाम को 5:53 मिनट पर जेल से बाहर निकाल दिया।a