भारत में इस वक्त काफी ज्यादा ऑक्सीजन का संकट मंडराता हुआ नजर आ रहा है. सवाल हर किसी के दिमाग में ये चल रहा है कि क्यों देश में ऑक्सीजन का पर्याप्त उत्पादन होने के बाद भी अस्पतालों तक नहीं पहुंच पा रहा है. इसके अलावा बेड्स और वेंटिलेटर की भारी कमी भी देखने को मिल रही है. ऐसे में यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि देश में कहां-कहां होता है ऑक्सीजन का प्रोडक्शन और किस राज्य के पास मौजूद है इसका सबसे बड़ा भंडार.
ऑक्सीजन के प्रोडक्शन की बात की जाए तो सबसे ज्यादा लिक्विड ऑक्सीजन का प्रोडक्शन महाराष्ट्र में होता है. सरकारी आकंड़ों पर यदि नजर डाली जाए तो महाराष्ट्र में कुल 7 ऑक्सीजन मैन्युफैक्चरर्स हैं. ये प्लाटं निम्न जगह पर मौजूद है जोकि कुछ इस तरह से है-
आइनॉक्स नागपुर (97 MT), आइनॉक्स चकन पुणे (149 MT), आइनॉक्स मुंबई (122 MT), आइनॉक्स रायगढ़ (80 MT), यो निप्पों (100 MT), लिंडे मुर्बाद थाणे (173 MT) और लिंडे तालोजा रायगढ़ (270 MT) हैं। पूरे राज्य में कुल मिलाकर 991 MT ऑक्सीजन का प्रोडक्शन रोजाना होता है।
इसके अलावा सबसे ज्यादा लिक्विड ऑक्सीजन बनाने के मामले में गुजरात दूसरे नंबर पर है, यहां निम्न जगहों पर इसका प्रोडक्शन होता है. जोकि निम्न तरह से मौजूद हैं-
आइनॉक्स करजन, बड़ौदा (120 MT), आइनॉक्स हजीरा (144 MT), आइनॉक्स अहमदाबाद (149 MT), एयर लिक्विड भरूच (15) और लिंडे दहेज (60 MT) मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं। वही, झारखंड में आइनॉक्स बोकारो (134 MT) और लिंडे जमशेदपुर (300 MT) मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं.
बेड्स और वेंटिलेटर को लेकर सामने आए ये आकंड़े
CDDEP इंडिया और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने भारत के 37 राज्यों में अस्पताल के बेड की संख्या, गहन देखभाल इकाई (ICU) बेड और वेंटिलेटर का अनुमान लगाया, जिसके मुताबिक भारत में लगभग 1.9 मिलियन अस्पताल बेड, 95 हजार आईसीयू बेड और 48 हजार वेंटिलेटर हैं। भारत में अधिकांश बिस्तर और वेंटिलेटर सात राज्यों - उत्तर प्रदेश (14.8%), कर्नाटक (13.8%), महाराष्ट्र (12.2%), तमिलनाडु (8.1%), पश्चिम बंगाल (5.9%), तेलंगाना (5.2) में केंद्रित हैं। %) और केरल (5.2%)।
इस वक्त ये है देश के भंयकर हालात
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 3.32 लाख से अधिक मामले सामने आने के साथ एक्टिव मामलों का आंकड़े 24.21 लाख के पार पहुंच गया है. जबकि बीते 24 घंटे में 2250 से अधिक कोरोना मरीजों के दम तोड़ने के साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या 1,86,928 हो गई है. देश में लगातार बढ़ते मामलों के बीच कोविड-19 से ठीक होने की दर गिरकर 84 प्रतिशत हो गई है.
बता दें कि भारत में कोरोना पॉजिटिव मामलों के मुकाबले कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार गिरावट आ रही है. देश में पिछले कई दिनों से एक दिन में रिकॉर्ड किसी भी देश में सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं.
कोविड के बढ़ते मामलों में तेजी से वृद्धि और मेडिकल ऑक्सीजन की तेजी से मांग को ध्यान में रखते हुए, विशेष रूप से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के उच्च बोझ वाले राज्यों में देश में मेडिकल ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को पूरा करने और कीमती जीवन को बचाने के लिए ईजी-एलओ ने औद्योगिक उपयोग के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा की।