इंटरनेट एक्सप्लोरर होगा बंद, जानिए क्या है वजह

माइक्रोसॉफ्ट 15 जून को अपने ब्राउजर इंटरनेट एक्सप्लोरर को बंद कर देगा. इंटरनेट एक्सप्लोरर ने 27 साल तक लोगों को देश और दुनिया से जोड़े रखा.

माइक्रोसॉफ्ट 15 जून को अपने ब्राउजर इंटरनेट एक्सप्लोरर को बंद कर देगा. इंटरनेट एक्सप्लोरर ने 27 साल तक लोगों को देश और दुनिया से जोड़े रखा. कंपनी ने कहा है कि विंडोज 10 पर इंटरनेट एक्सप्लोरर सेवाएं अब माइक्रोसॉफ्ट एज में उपलब्ध होंगी.

लोकप्रिय वेब ब्राउज़र

दुनिया का लोकप्रिय वेब ब्राउज़र इंटरनेट एक्सप्लोरर अब बंद होने जा रहा है, माइक्रोसॉफ्ट 15 जून 2022 से अपनी सेवा बंद कर देगा. कंपनी ने 2021 में इसकी घोषणा की थी. इंटरनेट एक्सप्लोरर 1995 में लॉन्च किया गया था. एक समय में इंटरनेट एक्सप्लोरर प्रमुख वेब ब्राउज़र था. इसी वजह से उस समय इंटरनेट एक्सप्लोरर के 11 वर्जन लॉन्च किए गए थे. बाद में लोगों को गूगल क्रोम जैसे और भी कई विकल्प मिले. जिसके बाद इंटरनेट एक्सप्लोरर वेब ब्राउजर की दुनिया में पिछड़ गया. माइक्रोसॉफ्ट ने इस पर फोकस करने की बजाय नए वेब ब्राउजर 'माइक्रोसॉफ्ट एज' पर भी फोकस किया.

बिहार में हुई सियासी हलचल, नीतीश कुमार ने दिया फरमान- अगले 72 घंटे तक न जाएं विधायक पटना से बाहर

प्रोजेक्ट की शुरुआत
इंटरनेट एक्सप्लोरर प्रोजेक्ट की शुरुआत थॉमस रीर्डन ने 1994 में की थी. इंटरनेट एक्सप्लोरर वेब ब्राउजर बनाने वाली शुरुआती टीम में सिर्फ 6 लोग थे. आपको बता दें कि, साल 1996 में SyNet Inc ने भी माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा दायर किया था कि उसके पास इंटरनेट एक्सप्लोरर नाम के राइट्स हैं. इस मामले में Microsoft को 5 मिलियन डॉलर का भुगतान करना पड़ा.