Breaking News: मणिपुर में जारी हिंसा कि घटनाएं अभी कम नहीं हो रही है. राज्य में अब भी आगजनी जैसी घटनाओं की खबर सामने आ रही हैं. राज्य और केंद्र सरकार के तमाम कोशिशों के बाद भी हालात पूरी तरह अभी सुधार नहीं है. इस बीच सरकार ने राज्य में लगे इंटरनेट पर प्रतिबंध 25 जून तक के लिए बढ़ा दिया है.सरकार ने राज्य में जारी अशांति को देखते हुए डेटा सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है.
अब तक 100 से ज्यादा लोगों की हो चुकी है मौत
राज्य सरकार ने मंगलवार को एक आदेश जारी करते हुए कहा कि राज्य में इंटरनेट निलंबन को पांच दिनों के लिए और बढ़ा दिया जाएगा. बता दें कि राज्य में 3 मई से हिंसा भड़की अब तक बंद नहीं हुई है. दो समुदायों के बीच शुरू हुई इस लड़ाई में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हिंसा के बाद भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. सेना के जवान भी मौके पर मौजूद हैं. इसके बावजूद रोजाना हिंसा और हत्याओं की घटनाएं सामने आ रही हैं.
मणिपुर में क्यों भड़की हैं हिंसा
मणिपुर में जातिय हिंसा भड़कने की वजह हाईकोर्ट द्वारा मैती समुदाय को जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग को स्वीकार करना है. कोर्ट के इस फैसले के बाद मैतई समुदाय कुकी और नगा के निशाने पर गया और राज्य में हिंसा भड़की गई. राज्य में सेना की जवानों की तैनाती की गई है. इसके बाद भी 35 से अधिक लोग अपना घर छोड़कर पलायन कर गए हैं.