Rail accident Updates: दो बार रेल मंत्री और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉफ्रेंस कर उड़ीसा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे पर एक बार फिर से संदेह जताया है. उन्होंने कहा, दाल में कुछ काला है. मैं चाहती हूं की जो सच है वह निकल कर सबके सामने आए. मुझे रेल मंत्री का इस्तीफा नहीं चाहिए. जब मैं घटना स्थल पर एंटी कोलिशन वाली बात का जिक्र किया तो रेल मंत्री चुप क्यों थे?
मैंने रेल को आधुनिक किया: ममता
ममता बनर्जी ने कहा, मेरे पास एक मैसेज आया जिसमें एक बड़ी लिस्ट थी कि नीतीश, लालू और मेरे समय में कितने लोग मारे गए? क्या कभी इन लोगों ने सोचा कि मैंने अपने समय में रेलवे को कितना आधुनिक किया. यह बदनाम करने के लिए सारी गलत जानकारी शेयर कर रहे है.
मैं नहीं होती तो दिल्ली में मैट्रो नहीं शुरु होती: ममता
पश्चिम बंगाल की सीएम ने अपने रेल मंत्री के कार्यकाल का जिक्र करते हुए बोलीं, हम लोगों ने बहुत मेहनत से काम किया है. जितनी भी मेट्रो ट्रेन है हमने हमारे समय में बनाई. मुंबई रेलवे विकास कॉरपोरेशन किसने बनाया था? अपने समय में इसे मैंने बनाया था. अगर मैं नहीं होती तो दिल्ली मेट्रो शुरु ही नहीं होती.
बीजेपी पर साधा निशाना
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा, कल मेरे साथ रेल मंत्री और धर्मेंद्र प्रधान दोनों खड़े थे लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा, मैं बहुत कुछ कह सकती थी क्योंकि मैं खुद रेल मंत्री रही हूं...कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस में एंटी कोलिशन डिवाइस क्यों नहीं था? रेलवे को सिर्फ बेचने के लिए छोड़ दिया है.
पश्चिम बंगाल के 62 लोगों की मौत
इसके अलावा ममता बनर्जी ने ट्रेन हादसे में पश्चिम बंगाल के कितने नागरिक आहत हुए हैं. इसकी जानकारी देते हुए ममता बनर्जी ने कहा रेल दुर्घटना में राज्य के 62 लोगों की मृत्यु हो गई. यहां 206 लोगों का इलाज चल रहा है. ओडिशा में पश्चिम बंगाल के 73 लोग भर्ती हैं और 56 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया. 182 लोगों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है.
2 जून को हुआ था हादसा
गौरतलब है कि ओड़िशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस 2 जून की शाम 7 बजे प्लेटफॉर्म पर खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई जिसके चलते पटरी से कई डिब्बे उतर गए. उसी समय वहां से गुजर रही बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे भी इस टक्क की चपेट में आ गए. इस तरह 3 ट्रेनें दुर्घटना का शिकार हो गईं.