अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर बोले गृह मंत्री अमित शाह, सुप्रीम कोर्ट ने मामले को संज्ञान में लिया

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में गृह मंत्री अमित शाह ने अडानी-हिंडनबर्ग मुद्दे पर अपना जवाब देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है. कैबिनेट का सदस्य होने के नाते इस समय इस मुद्दे पर मेरा कुछ भी बोलना सही नहीं होगा.

हिंडन बर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से देश-दुनिया में गौतम अडानी का नाम काफी चर्चा में है, देश में सड़क से लेकर संसद तक सुर्खियों में बना हुआ है. विपक्षी दल पीएम मोदी सरकार पर जमकर हमलावर है. अमेरिकी संस्थान हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह को करोड़ों रुपयों का नुकसान हो चुका है. अब अडानी मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पहली बार जवाब है. उन्होंने कहा कि इसमें भाजपा के लिए कुछ छिपाने के लिए नहीं है और न ही किसी बात से डरने की जरूरत है. सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है. 

बता दें कि समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में गृह मंत्री अमित शाह ने अडानी-हिंडनबर्ग मुद्दे पर अपना जवाब देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है. कैबिनेट का सदस्य होने के नाते इस समय इस मुद्दे पर मेरा कुछ भी बोलना सही नहीं होगा, परन्तु इसमें भाजपा के लिए कुछ छुपाने के लिए नहीं है और न ही किसी बात से डरने की जरूरत है.

त्रिपुरा चुनाव पर गृह मंत्री का जवाब 

त्रिपुरा चुनाव पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमने 'चलो पलटाई' का नारा त्रिपुरा की स्थिति बदलने के लिए दिया था और आज हमने स्थिति को बदला है...हमने बज़ट अच्छा किया है. हमने हिंसा को समाप्त किया है। नशे के कारोबार पर कठोरता से नकेल कसी है. 

नक्सल लगभग समाप्त हो चुका है: गृह मंत्री

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सल मुद्दे पर कहा कि बिहार और झारखंड में वामपंथी उग्रवाद लगभग समाप्त हो चुका है. मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ में भी कुछ ही समय में शांति बहाल करने में हम सफल होंगे. जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से संबंधित सभी प्रकार के आंकड़े सबसे अच्छी स्थिति में हैं. 

PFI सफलतापूर्वक बैन किया: गृह मंत्री

PFI मुद्दे पर अमित शाह पर अमित शाह ने कहा कि PFI कैडर पर कई मामले थे उन्हें समाप्त करने का काम कांग्रेस ने किया, जिसे कोर्ट ने रोका...हमने PFI को सफलतापूर्वक बैन किया. PFI देश में धर्मांधता और कट्टरता बढ़ाने वाला संगठन था. आतंकवाद का एक प्रकार से सामग्री तैयार करने का काम वे लोग कर रहे थे.