कहते हैं ना राजनीति ना कभी किसी की हुई है, और ना ही कभी किसी को किसी का होने देती है. और इसका उदाहरण हमें बार-बार मिलता ही रहता है. दरअसल सपा छोड़कर बसपा में शामिल हुई पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी भी अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में वापस लौट आई हैं. माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी के भाई और बसपा के पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी शनिवार को यहां अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए.
पार्टी में नेताओं का स्वागत करते हुए, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विश्वास व्यक्त किया कि वे पार्टी को और ताकत देंगे और लोगों के बीच यह संदेश भी देंगे कि वह चुनाव के बाद राज्य में सरकार बनाएगी. सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला करते हुए यादव ने आरोप लगाया कि युवाओं को नौकरी नहीं मिली और उनकी सरकार में व्यापारियों को बर्बाद कर दिया गया.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने कोरोनोवायरस संकट के दौरान गरीबों को तब असहाय छोड़ दिया जब उन्हें इसके समर्थन की सबसे ज्यादा जरूरत थी. यादव ने कहा, "मुझे खुशी है कि उत्तर प्रदेश के लोग बदलाव चाहते हैं और विकास और समृद्धि के रास्ते पर चलने के लिए उत्सुक हैं."