जैसे ही बुकायो साका का पेनल्टी शूटआउट चूका वैसे ही इंग्लिश फैंस के लिए वेंबली स्टेडीयम में सन्नाटा छा गया. इंग्लैंड अपना पहला यूरो कप खिताब नही जीत पाई और इटली ट्रोफी जीत गई. पहले इंजरी टाइम तक स्कोर 1-1 था लेकिन फिर पेनल्टी शूटआउट से फैसला हुआ जिसमें इटली ने 3-2 से इंग्लैंड को हराकर ट्रोफी अपने नाम कर ली.
इंग्लैंड के स्टार कप्तान हैरी केन और स्टार्लिंग का जादू नहीं चल लाया और इसी के साथ इटली ने यूरो कप खिताब दूसरी बार अपने नाम कर लिया. इससे पहले इटली ने 1968 में ट्रोफी जीती थी. 22 वर्षीय गोलकीपर गियान्लुगी डॉन्नारुम्मा ने बेहद कमाल के तरीके से गोल पोस्ट के सामने मुस्तैदी दिखाई.
पेनल्टी शूटआउट से मचा रोमांच
इंजरी टाइम तक score बराबरी पर था. इसके बाद पेनल्टी शूटआउट का पहला शॉट इंग्लिश कप्तान हैरी केन ने लिया और गेंद जाल में उलझा दी. इसके बाद इटली के डॉमेनिको बेरार्डी ने भी गोल कर दिया. इंग्लैंड के हैरी मैग्यूरे ने भी गोल दागा और फिर इटली के आंद्रे बेलोटी चूक गए. इंग्लेंड इस समय तक 2-1 के स्कोर से आगे थी, लेकिन इसके बाद इटली के लिए बुनाची और फेडेरिको ने जमकर गोल दागे और 3-2 का अंतर कर दिया। दूसरी ओर, इंग्लैंड के मार्कस रशफोर्ड, जादोन सांचो और बुकायो साका ऐसा नही कर पाए.