तुर्किये और सीरिया में आए भीषण भूकंप ने तबाही मचा दी है. भीषण भूकंप से निपटने के लिए भारत ने हाथ बढ़ाया है. मदद के लिए भारत सरकार ने अपना सहायता मिशन तैयार कर लिया है. मिली जानकारी के मुताबिक भारत की तरफ से एनडीआरएफ की तरफ से दो टीमें रवाना की जा रही हैं, साथ ही घायलों के लिए दवा और राहत सामग्री भेजी जा रही है. इसके लिए सोमवार को पीएम की अहम बैठक हुई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा में भारत की तरफ से मदद करने घोषणा की है. घोषणा के बाद पीएम के प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में एक बैठक की. बैठक में यह तय किया गया कि एनडीआरएफ के खोजी व बचाव दल के साथ ही चिकित्सा दल राहत सामग्री के साथ तुर्किए (तुर्की) गणराज्य तुरंत भेजे जाएंगे.
बैठक में ये दिग्गज हुए शामिल
भारत की तरफ से तुर्किए (तुर्की) सरकार और अंकारा में भारतीय दूतावास और इस्तांबुल में महावाणिज्य दूतावास के कार्यालय के समन्वय से राहत सामग्री भेजी जाएगी. पीएमओ की बैठक में कैबिनेट सचिव, गृह मंत्रालय, एनडीएमए, एनडीआरएफ, रक्षा, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
पीएम मोदी ने जताया दुख
तुर्किये में भूकंप के चलते लोगों की मौत पर पीएम मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने कहा कि तुर्किये में जन हानि और संपत्ति के नुकसान से मैं काफी दुखी हूं. पीएम ने कहा कि भारत तुर्किये के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है.
भारत ने तुर्किए की मदद के लिए हाथ बढ़ाया
भारत की तरफ से भेजी जा रही टीम में विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की दो टीमें खोज और बचाव कार्यों के लिए भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं. आवश्यक दवाओं, प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ मेडिकल टीमें भी तैयार की जा रही हैं.
भूकंप से 500 से ज्यादा लोगों की मौत
न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार सोमवार को तुर्किये के नूर्दगी से 23 किमी पूर्व में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया. तकरीबन एक मिनट तक आए इस भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं है. इमारतों के मलबे के नीचे दबने से लगभग 521 लोगों से ज्यादा की मौत भी हो गई. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तुर्किए (तुर्की) में कम से कम 284 लोग मारे गए हैं और करीब 2,300 लोग घायल हुए हैं. सरकारी ब्रॉडकास्टर टीआरटी की तस्वीरों के मुताबिक, तुर्किये में इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है. राहत बचाव काम अभी भी जारी है. तुर्किए (तुर्की) के 10 शहरों में 1,700 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं.