Dengue: गलती से भी न करें इन लक्षणों को नजरअंदाज, ये हैं बचाव के तरीके

देश के कई हिस्सों में डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं. डेंगू से संक्रमित होने पर प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है.

देश के कई हिस्सों में डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में डेंगू से संक्रमित होने पर प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है. इसलिए इस मौसम में बुखार आए तो डेंगू की जांच जरूर कराएं.

डेंगू के कई लक्षण हो सकते हैं जैसे:-

अचानक तेज बुखार के बाद ठंड लगना

सिरदर्द - मांसपेशियों में दर्द

आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होता है, जो दर्द को छूने पर बढ़ जाता है.

शरीर पर लाल निशान

हल्के गले में खराश

आपको बता दें कि डेंगू 3 तरह का होता है:-

क्लासिकल (साधारण) डेंगू बुखार 

डेंगू रक्तस्रावी बुखार

डेंगू शॉक सिंड्रोम

इन सब में पहला प्रकार का डेंगू क्लासिकल यानी साधारण डेंगू बुखार है, जिसमें केवल बुखार आता है और जिसका आप घर पर इलाज कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको कई सावधानियां बरतनी होंगी जैसे झूठे बर्तन में खाना न खाना, हमेशा साफ करना ऐसे में अगर इसके बाद दूसरे और तीसरे प्रकार का डेंगू हो जाए तो इसके कई खतरे हैं, जैसे कि अगर इसका सही समय पर इलाज नहीं किया गया तो और भी कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं या मौत भी हो सकती है.