Manipur Violence Updates: मणिपुर में जारी हिंसा पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चिंता जाहिर की है. केजरीवाल ने कहा कि मणिपुर में स्थिति बहुत गंभीर है. पूरा देश इस पर चिंतित हैं. दरअसल बीती रात को इंफाल में केंद्रीय मंत्री आरके रंजन के घर को उपद्रवियों ने जला दिया है. घर के बाहर खड़ी कार में भी आग लगी दी. हालांकि घटना के वक्त घर में कोई मौजूद नहीं था.
TMC ने मणिपुर के हालात पर जताया दुख
वहीं, ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने भी मणिपुर में जारी जातीय हिंसा पर दुख जताया है. राज्यसभा सांसद टीएमसी के संसदीय दल के नेता डेरेक संसदीय समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजलाल को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा, मणिपुर में हिंसा की मौजूदा स्थिति का आकलन करने और इससे प्रभावित लोगों के साथ खड़े होने के लिए गृह मामलों की स्थायी समिति की बैठक की तत्काल आवश्यकता है.
सेना और असम राइफल्स के जवानों के अभियान में तेजी
मणिपुर में गुरुवार को हुई हिंसक घटनाओं के बारे में सेना एक ट्वीट किया है. सेना ने कहा कि हिंसा में वृद्धी के बाद सेना और असम राइफल्स के जवानों के अभियान में तेजी लाई जा रही है. उपद्रवियों पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है. एक दिन पहले ही राज्य के खमेनलोक इलाके में एक कुकी गांव में उपद्रवियों ने हमले कर दिए जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई है. जबकि वहीं 10 लोग घायल हो गए. इसके बाद सुरक्षा बलों ने अपने अभियान फिर से तेज कर दिया.
1 महीने से जारी है हिंसा
बात दें कि मणिपुर 1 महीने से भी ज्यादा समय जल रहा है. राज्य में मैतई और कुकी समुदाय बीच जारी हिंसा में अब 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. वहीं 300 से अधिक लोग घायल हो गए हैं. सैकड़ो लोग अभी भी राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं. मणिपुर में 11 जिलों कर्फ्यू लगाया गया है. इसके अलावा इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित हैं.
मणिपुर में क्यों हो रही है हिंसा?
मणिपुर में हिंसा भड़कने की वजह हाईकोर्ट के द्वारा मैतई समुदाय को जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग को स्वीकार करना है. हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद मैतई समुदाय निशाने पर आ गया और जातीय हिंसा भड़क उठी. राज्य में सेना की तैनाती के बाद भी तमाम दुकानों, घरों और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. 35 हजार से अधिक लोग राज्य छोड़कर दूसरे राज्यों में शरण लेने चले गए.