हृदय रोगियों के लिए Corona की नई दवाई, DCGI ने दी क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी

अमेरिका से लेकर भारत तक इस दवा पर शोध जारी है ताकि कोरोना के खिलाफ जंग में एक नया हथियार खोजा जा सके. कोरोना महामारी से लड़ने के लिए हर दिन नए हथियार खोजे जा रहे हैं और समय के साथ इसके खिलाफ प्रभावी दवाओं में बदलाव किया गया है.

अमेरिका से लेकर भारत तक इस दवा पर शोध जारी है ताकि  कोरोना के खिलाफ जंग में एक नया हथियार खोजा जा सके. कोरोना महामारी से लड़ने के लिए हर दिन नए हथियार खोजे जा रहे हैं और समय के साथ इसके खिलाफ प्रभावी दवाओं में बदलाव किया गया है. शनिवार को आए बयान के अनुसार, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने CSIR और Laxai Life Sciences NSE -0.86% प्राइवेट लिमिटेड को COVID-19 रोगियों पर colchicine का क्लिनिकल परीक्षण करने की मंजूरी दे दी है। सीएसआईआर के महानिदेशक के सलाहकार राम विश्वकर्मा ने कहा कि मानक देखभाल के साथ संयोजन में  colchicine दिल से जुड़ी बीमारी वाले इंसान सीओवीआईडी ​​​​-19 रोगियों के लिए और प्रो-इंफ्लेमेटरी साइटोकिन्स को कम करने के लिए एक इलाज किया जाएगा , जिससे तेजी से मरीज़ में रिकवरी होगी.

आप को बता दे कई रिसर्च  के बाद ये पुष्टि की है कि सीओवीआईडी ​​​​-19 संक्रमण और पोस्ट-कोविड सिंड्रोम के दौरान दिल की बीमारी वाले लोगो की जान चली गई है. "काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर), और लक्षाई लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद को डीसीजीआई अनुरोध किया गया है की सुधार में दवा colchicine  की सुरक्षा और उस के  प्रभाव  किया जा सके.इस महत्वपूर्ण नैदानिक ​​परीक्षण में सीएसआईआर संस्थानों के भागीदार सीएसआईआर-भारतीय रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी), हैदराबाद और सीएसआईआर-भारतीय एकीकृत चिकित्सा संस्थान (आईआईआईएम), जम्मू हैं. आईआईसीटी के निदेशक एस चंद्रशेखर ने कहा कि भारत इस प्रमुख दवा के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है और सफल होने पर इसे मरीजों को सस्ती कीमत पर उपलब्ध भी कराया जाएगा.

लक्षाई लाइफ साइंसेज के सीईओ राम उपाध्याय द्वारा कहा गया कि अभी तक पूरे भारत में कई साइटों पर मरीजों ने फॉर्म फिल करना शुरू हो चुका है और अगले 8-10 हफ्तों में परीक्षण पूरा होने की संभावना है। उन्होंने आगे कहा कि इस परीक्षण के परिणामों और नियामकीय मंजूरी के आधार पर यह दवा भारत की एक बड़ी आबादी को उपलब्ध कराई जा सकती है. पिछले हफ्ते, CSIR ने घोषणा की कि उसने Laxai Life Sciences Pvt Ltd के साथ मिलकर COVID-19 के उपचार के लिए एंटी-हेलमिनिटिक दवा Niclosamide के चरण II नैदानिक ​​​​परीक्षण शुरू किए हैं.

वयस्कों के साथ-साथ बच्चों में टैपवार्म संक्रमण के इलाज के लिए अतीत में निकलोसामाइड का व्यापक रूप से उपयोग किया गया है. सीएसआईआर ने कहा कि इस दवा की सुरक्षा प्रोफ़ाइल का समय के साथ परीक्षण किया गया है और इसे विभिन्न खुराक स्तरों पर मानव उपभोग के लिए सुरक्षित पाया गया है.