अमेरिकी अंतरिक्ष एंजेसी नासा चांद पर एक नई चीज बनाने वाला है. दरअसल नासा चांद पर अब एक न्यूक्लियर प्लांट बनाना चाहता है. इसका उद्देश्य है कि चांद के पावर प्लांट से ऊर्जा लेकर इंसानों को मंगल और अन्य ग्रहों तक पहुंचाया जा सके. नासा ने लोगों ने ये सवाल किया है कि क्या उनके पास ऐसा कोई आइडिया या फिर तकनीक है जिसके चलते एक यूरेनियम से चलने वाला परमाणु प्लांट 12 फीट लंबे और 18 फीट चौड़े रॉकेट में सेट किया जा सके. नासा और अमेरिकी ऊर्जा मंत्रालय लोगों से इसके लिए बहुत सारा आइडिया मांग रहे हैं.
दरअसल डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी के इडाहो नेशनल लेबोरेटी ने हाल ही में एक बयान सबके सामने जारी किया. उन्होंने अपनी बात में कहा कि नासा एक उच्च शक्ति और सूर्य की ऊर्जा से मुक्त फिजन रिएक्टर को अगले 10 सालों में चांद की सतह पर बनाना चाहता है. इसीलिए लोगों से प्रपोजल मांगा जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के लिए आइडिया शेयर करने की आखिरी तारीख 19 फरवरी 2022 है.
चांद या मंगल पर आसानी से कर सकेंगे यात्रा
इस प्रोजेक्ट के चलते चांद को अतंरिक्ष का एक बेस बनाया जाएगा. जहां से फिर इंसानी अंतरिक्ष खोज की यात्रा शुरु होने वाली है. इंसान फिर किसी भी ग्रह पर जाने के लिए चांद पर आराम कर सकता है. ईधन उसमें भर सकता है. या फिर यान की जांच-पड़ताल भी आसानी से कर सकता है. न्यूक्लियर पावर प्लांट बनने के बाद चांद पर किसी भी तरह का काम किया जा सकता है. इतना ही नहीं इस प्लांट से ऊर्जा लेकर ऑक्सीजन पैदा करने वाले प्लांट भी लगाए जा सकते हैं. साथ ही बिजली भी बनाई जा सकती है. इस पूरे मामले को लेकर वॉशिंगटन में मौजूद नासा स्पेस टेकनोलॉजी मिसन डायरेक्टोरेट के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर जिम रियूटर का ये कहना है कि चांद से न्यूक्यिलर पावर प्लांट से मिलने वाली ऊर्जा हमारे बहुत काम आने वाली है. हम चांद या फिर मंगल पर आसानी से यात्रा कर सकेंगे.