सर्वदलीय बैठक में 31 दल हुए शामिल, आप ने किया वॉकआउट, MSP पर कानून की उठी मांग

आज संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. बैठक में 31 दलों के नेता शामिल हुए हैं, जानिए इस दौरान क्या-क्या हुआ.

आज संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. बैठक में 31 दलों के नेता शामिल हुए हैं. पीएम नरेंद्र मोदी इस बैठक में शामिल होते हुए नजर नहीं आए हैं. वहीं, इस दौरान आम आदमी पार्टी ने बैठक से वॉकआउट कर दिया. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अपनी बात रखते बताया कि आज की मीटिंग में 31 दलों के हिस्सा लिया है. काफी सुझाव मिले हैं. सरकार नियम के मुताबिक सभी मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है. सरकार को इस बात की उम्मीद है कि संसद में अच्छी चर्चा होगी. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सवाल पर उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि ऑल पार्टी मीटिंग में आने की परम्परा मोदी जी ने ही शुरू की, इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री ही आते थे. आज पीएम नहीं आ पाए.

साथ ही कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी बात रखते हुए कहा कि आज जो भी मीटिंग हुई है, इसमें बहुत से मुद्दों पर चर्चा हुई. एमएसपी पर कानून बनाने और जो किसान मारे गए हैं. उन्हें भी मुआवजे पर बात हुई है. खड़गे ने ये भी कहा कि हम ये अपेक्षा कर रहे थे कि पीएम नरेंद्र मोदी मीटिंग में आएंगे, हम ये पूछना चाहते थे कि किसान बिल को लेकर उनकी क्या राय है.

संजय सिंह ने रखी अपनी बात

इसके बाद आप पार्टी ने सर्वदलीय बैठक से वॉकआउट कर दिया है. इसके बाद पार्टी के सांसद संजय सिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकार किसी को बोलने नहीं देती है और यहां तक की अपनी बात भी रखने नहीं देती है. संसद के इसी सत्र में मैंने एसएसपी गारंटी कानून को बनाए जाने की मांग की थी. किसान कह रहे हैं कि विद्युत संशोधन विधेयक नहीं आना चाहिए लेकिन सरकार की तरफ से इसे लिस्ट किया गया है.

बैठक में तृणमूल के सुदीप बंदोपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन ने 10 मुद्दे उठाए हैं, जोकि कुछ इस तरह से है-

- बेरोजगारी

- पेट्रोल-डीजल और जरूरी चीज

- MSP पर कानून

- संघीय ढांचे को कमजोर करने की कोशिश

- प्रोफिटेबल सरकारी कंपनियों में विनिवेश पर रोक

- बीएसएफ का ज्यरिसडिक्शन

- पेगासस

- कोविड के हालात

- महिला आरक्षण बिल की मांग

- बिलों पर सही रूप में चर्चा