चुनाव: क्या है यूपी का मूड, जानिए किन मुद्दों पर होगा यूपी चुनाव

विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ने के साथ अयोध्या एक बार फिर चर्चा में है.

 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में इस बार क्या क्या मुद्दे हाइलाइट्स में रहेंगे, और किन पर राजनीती गर्म है, और इस बार सभी पार्टियों के फोकस में राम की नगरी है. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने संबंधी उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद उत्तरप्रदेश में पहली बार हो रहे विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दिलों का अपने-अपने चुनाव अभियान की शुरुआत अयोध्या से करना इस बात का पर्याप्त संकेत हैं कि अयोध्या और राम मंदिर राज्य के चुनावी समर में खासे अहम होंगे। शीर्ष अदालत ने 6 नवंबर 2019 को एक ऐतिहासिक फैसले में अयोध्या में कानूनी लड़ाई का केंद्र रही भूमि पर राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया था.


विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ने के साथ अयोध्या एक बार फिर चर्चा में है. भरतीय जनता पार्टी (भाजपा) हो, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) हो या फिर समाजवादी पार्टी (सपा) हो, सभी पार्टियां अपने चुनाव अभियान की शुरुआत के लिए अयोध्या को चुन रही हैं. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) और जनसत्ता लोकतांत्रिक दल जैसे दलों ने भी अपने चुनावी समर की शुरुआत के लिए अयोध्या को ही चुना है. अयोध्या निर्वाचन क्षेत्र से वर्तमान में भाजपा के वेदप्रकाश गुप्ता विधायक हैं.


सुल्तानपुर और बाराबंकी में अपनी जनसभाओं में ओवैसी ने मुसलमानों को यह बताने की कोशिश की कि किस तरह से विभिन्न राजनीतिक दलों ने उनसे वोट तो लिए लेकिन उनके लिए किया कुछ भी नहीं. विभिन्न राजनीतिक पार्टियां जहां अयोध्या में अपना चुनावी हित ढूंढ़ रही हैं, वहीं कांग्रेस इससे अछूती है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हैदर ने कहा कि कांग्रेस के लिए अयोध्या, मथुरा, काशी, महादेवा और देवा शरीफ एक बराबर हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी ने उत्तरप्रदेश के विभिन्न गांवों और कस्बों में 12,000 किलोमीटर की यात्रा निकालने का ऐलान किया है.


यूपी में चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं, यूपी की राजनीती में फिर हलचल हुई है. इस बार उत्तर प्रदेश में बीजेपी (BJP) और निषाद पार्टी (Nishad Party) में बात बन गई है. धर्मेंद्र प्रधान ने आज संजय निषाद से मुलाकात की. इसके बाद दोनों पार्टियों ने साथ मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए बीजेपी और निषाद पार्टी का औपचारिक गठबंधन हो गया है. अपना दल भी बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा.